भय का नाश करती है और नकारात्मक शक्तियों से छुटकारा दिलाती है भैरव पूजा
Kaal bhairav Puja, (आज समाज), नई दिल्ली: कालभैरव भगवान शिव के रूद्र रूप हैं भगवान शिव के क्रोधित होने पर काल भैरव की उत्पत्ति हुई। माना जाता है कि सच्चे मन से भैरव की पूजा करने से भगवान तुरंत फल देते है। इसलिए रविवार के दिन भगवान भैरव की पूजा करना शुभ माना जाता है और इस दिन पूजा से सभी कष्ट दूर होते हैं। इस दिन भैरव मंदिर में दीपक जलाकर, फूल माला अर्पित कर, कालभैरवाष्टक का पाठ करके और काले कुत्ते को मीठी रोटी या गुड़ खिलाकर भैरव बाबा को प्रसन्न किया जा सकता है।
माना जाता है कि सच्चे मन से भैरव की पूजा करने से भगवान तुरंत फल देते है। रविवार के दिन अगर आप भैरव के कुछ मंत्र का उच्चारण करते है तो आपके लिए शुभ हो सकता है। इससे आपकी हर मनोकामना पूरी होगी। रविवार के दिन नहा-धोकर कालभैरव की फूल, माला, दीपक जलाकर पूजा करें। इसके साथ ही भैरव के मंत्र का 108 बार जप करें। इससे आपको तुरंत फल मिलेगा। आपके सारे कष्ट दूर हो जाएंगे।
इस मंत्र का ध्यान से करें जप
॥ऊं भ्रं काल भैरवाय फट॥
।। ॐ हं षं नं गं कं सं खं महाकाल भैरवाय नम:।।
ॐ भयहरणं च भैरव:
शत्रु बाधा निवारण हेतु
ऊं ह्रीं बटुकाय आपदुद्धारणाय कुरूकुरू बटुकाय ह्रीं।
इस साधना से मिलती है रोगों से मुक्ति
साधना यंत्र
श्री बटुक भैरव का यंत्र लाकर उसे साधना के स्थान पर भैरवजी के चित्र के समीप रखें। दोनों को लाल वस्त्र बिछाकर उसके ऊपर यथास्थिति में रखें। चित्र या यंत्र के सामने हाल, फूल, थोड़े काले उड़द चढ़ाकर उनकी विधिवत पूजा करके लड्डू का भोग लगाएं। इस साधना को किसी भी रविवार या मंगलवार या मंगल विशेष अष्टमी के दिन करना चाहिए शाम 7 से 10 बजे के बीच करें।
पूजा विधि
- रविवार के दिन सुबह उठकर स्नान आदि से निवृत होकर पूजा के लिए तैयारी करें।
- भैरव देव की एक प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें और उनकी पूजा का संकल्प लें।
- मूर्ति को चंदन का तिलक लगाकर फूल-माला अर्पित करें।
- भैरव बाबा को मीठी रोटी, हलवा, या इमरती और गुड़ का भोग लगाएं।
- कालभैरव अष्टकम या भैरव मंत्र का पाठ करें।
- भैरव महाराज से सुख-संपत्ति के लिए प्रार्थना करें।
- भैरव मंदिर की आठ परिक्रमा करने से पापों का नाश होता है।
यह उपाय भी करें
- काले कुत्ते को गुड़ या मीठी रोटी खिलाएं।
- शाम के समय भैरव मंदिर जाकर चौमुखी दीपक जलाएं।
- जरूरतमंदों को भोजन खिलाकर क्षमता अनुसार धन का दान करें।
भैरव पूजा का महत्व
भैरव पूजा से हर प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं और समस्याओं का समाधान होता है। भैरव बाबा को प्रसन्न करने से व्यक्ति के सारे कष्ट दूर होते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं। यह पूजा भय का नाश करती है और नकारात्मक शक्तियों से छुटकारा दिलाती है।
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