हमारा मिशन जारी रहेगा : बाइडेन

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आज समाज डिजिटल, काबुल :
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हवाई अड्डे के बाहर हुए बम धमाकों में हुए जानमाल के नुकसान को देशकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन कुछ देर के लिए खामोश हो गए। एयरपोर्ट पर हुए दो आतंकी हमलों में अब तक 13 अमेरिकी सैनिकों सहित 85 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इस दुखद वारदात के बाद व्हाइट हाउस ने बाइडेन के साथ इजराइल के नए प्रधानमंत्री की पहली बैठक का कार्यक्रम टाल दिया और अफगान शरणार्थियों के विषय पर गवर्नरों के साथ होने वाली वीडियो कॉन्फ्रेंस को भी रद  कर दिया। बाइडेन ने कहा है कि हमलावरों को माफ नहीं करेंगे। हम नहीं भूलेंगे। हम आपका शिकार करेंगे और आपको इसकी कीमत चुकानी होगी। हम अफगानिस्तान से अमेरिकी नागरिकों को बचाएंगे। हम अपने अफगान सहयोगियों को बाहर निकालेंगे और हमारा मिशन जारी रहेगा। गौरतलब है कि अफगानिस्तान में गुरुवार को काबुल एयरपोर्ट पास हुए दो आत्मघाती हमलों में कम से कम 85 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई जबकि करीब 150 घायल हैं। दो अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक मृतकों में 13 अमेरिकी सैनिक और 72 अफगान नागरिक हैं। उधर तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह ने इन बम धमाकों को आतंकी घटना बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की है।
हवा में उड़ते दिखे शरीर के चीथड़े : प्रत्यक्षदर्शी 
अंतरराष्ट्रीय विकास समूह के एक पूर्व कर्मी ने धमाके की आंखो देखी बयां की। इस व्यक्ति के पास अमेरिकी वीजा है और वह हजारों लोगों के साथ लाइनों में लगा था, ताकि विमान तक पहुंच सके और देश छोड़कर जा सके। वह लगभग 10 घंटे तक लाइन में खड़ा रहा। इस व्यक्ति के अनुसार अचानक शाम 5 बजे जोरदार धमाका हुआ।  यह ऐसा था जैसे किसी ने मेरे पैरों के नीचे से जमीन खींच ली हो। एक पल के लिए मुझे लगा कि मेरे कान के परदे फट गए हैं और मैं अब सुन नहीं सकता हूं। मैंने देखा कि शरीर के शरीर और और शरीर के अंग हवा में उड़ने लगे थे। ऐसा लग रहा था कि एक बवंडर प्लास्टिक की थैलियों को लेकर उड़ रहा है। मैं लाशें, शरीर के अंग, बुजुर्ग, घायल पुरुष, महिलाएं और बच्चों को विस्फोट की जगह पर बिखरे देखा था। प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, शारीरिक रूप से, मैं ठीक हूं, लेकिन मुझे नहीं लगता  कि जो मानसिक घाव मुझे आज मिले हैं उसके बाद मैं कभी सामान्य जीवन जी पाउंगा।
पाकिस्तान कनेक्शन सामने आया  
काबुल एयरपोर्ट पर हुए सीरियल विस्फोटों में पाकिस्तान का कनेक्शन सामने आ रहा है। अफगानी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, माना जा रहा है कि काबुल एयरपोर्ट के पास हुए  आतंकी हमलों की साजिश पाकिस्तान में रची गई है और इस भयंकर हमले के पीछे पाकिस्तान में रहने वाले आईएसआईएस के खूंखार आतंकी असलम फारूक का हाथ हो सकता है। एक वेबसाइट ने अफगानी सूत्रों के हवाले से लिखा है कि शांति प्रक्रिया के तहत कई ‘खतरनाक और खूंखार आतंकी’ रिहा किए गए थे। यही आतंकी काबुल हमले के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। इसमें पाकिस्तान में आईएसआईएस का चेहरा अमीर मावलावी असलम फारूक भी शामिल है और इस हमले में इसी का हाथ हो सकता है।
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