श्री रामकथा के आयोजन से पहले महिलाओं ने निकाली कलश यात्रा

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Women take out Kalash Yatra before organizing Shri Ramkatha
Women take out Kalash Yatra before organizing Shri Ramkatha

नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
शहर के मोहल्ला कोका बंगड़ी स्थित नत्थू वाली माता के पास नामदेव धर्मशाला एवं आंगनवाड़ी केंद्र में श्री रामकथा के आयोजन से पहले महिलाओं द्वारा गाजे-बाजे के साथ भव्य मंगल कलश यात्रा निकाली गई। जिसमें शहर की अनेक महिलाओं सहित पुरुष श्रद्धालुओं ने भाग लिया। कथा का शुभारंभ श्री धाम अयोध्या से पधारे आचार्य पंडित शिवराम शास्त्री ने गणेश स्तुति, राम स्तुति से किया गया।

रामकथा हर समस्या के समाधान की कथा

प्रथम दिन श्रीरामकथा की भूमिका पर कथा सुनायी गयी। इस दौरान प्रवचनकर्ता आचार्य पंडित शिवराम शास्त्री ने कहा कि रामकथा कलयुग में कामधेनु के समान है, और जो सज्जन लोग हैं उनके लिए अमृतमय है। रामकथा कलयुग के सारे दुःख और विषाद रूपी सर्प के लिए मोरनी के समान है, और ज्ञान एवं भक्ति प्राप्ति का उद्गम स्थान है। कलयुग के सारे विषय और विकार के लिए महामंत्र मणि है, जो सारे दुःखों का समन करने वाला राम नाम मनुष्य को ब्रह्मानंद के साथ-साथ ज्ञान एवं सांसारिक सिद्धियों को प्राप्त करने वाला है। यह कथा जो अति विपत्ति में है उनके सारे संकट को हरने वाली है। भगवान महादेव और माता पार्वती श्रद्धा विश्वास स्वरूपा हैं, जिनके सेवा करने से मनुष्य को परम ज्ञान की प्राप्ति होती है। रामकथा हर समस्या के समाधान की कथा है।

इसी अर्थ में श्रीराम की आपबीती जगबीती बनने की क्षमता रखती है। यही वजह है कि जब दो लोग मिलते हैं तो राम-राम के संबोधन के साथ मिलते हैं, एक व्यक्ति दूसरे को अपनी आपबीती सुनाता है तो उसे रामकहानी कहा जाता है, यानि राम कथा आपबीती कथा है, इसीलिए ये कथा जगबीती बनने की क्षमता रखती है जो जन-जन से जुड़ी है।

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