पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब देंगे: सीएम

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कृषि कानूनों को रद कराने के लिए किसानों के साथ संघर्ष में डटे रहने का संकल्प लिया
कहा, सीबीआई से बेअदबी मामलों की जांच वापस लेने के लिए सख़्त मेहनत की
आज समाज डिजिटल, अमृतसर:
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने देश के ऐतिहासिक 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पाकिस्तान के नापाक मंसूबों के विरुद्ध सीमावर्ती राज्य पंजाब की रक्षा करने का प्रण लिया। इसके साथ ही उन्होंने कृषि कानूनों को रद कराने के लिए किसानों के साथ मिलकर लड़ाई जारी रखने का वादा भी किया। पाकिस्तान के विरुद्ध पूरी तरह सतर्क रहने की बात करते हुए जोकि हमेशा मुश्किलें खड़ी करने की ताक में रहता है, मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि हम शांति चाहते हैं परंतु हमारे क्षेत्र में किसी भी हमलावर कार्रवाई या हमले को बर्दाश्त नहीं करेंगे। राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद पंजाब के लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने ऐलान किया अगर पाकिस्तान कोई मुसीबत खड़ी करता है तो हम उनको ऐसा सबक सिखाएंगे जो वह जिंदगी भर याद रखेगा। पड़ोसी देशों द्वारा राज्य में हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए ड्रोन का प्रयोग का जिक्र करते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने चेतावनी दी कि पाकिस्तान पंजाब में किसी भी नाजुक स्थिति का लाभ लेने का कोई मौका नहीं छोड़ेगा। उद्योग के विकास को प्रोत्साहित करने और राज्य के लोगों की तरक्की के लिए राज्य में शांति बनाए रखने की जरूरत पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार गैंगस्टरों और आतंकवादियों समेत किसी भी खतरे को बर्दाश्त नहीं करेगी और हम ऐसी किसी भी कोशिश के विरुद्ध सख्ती से पेश आएंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब के लिए कोई भी खतरा हमारे समूचे देश के लिए खतरा होगा। उन्होंने बताया कि सरकार के सत्ता संभालने से लेकर 47 पाकिस्तानी आतंकवादी मॉड्यूलों और 347 गैंग्स्टरों के मॉड्यूलों को निष्प्रभावी किया गया है, जिनमें से कुछ बड़े गैंगस्टरों को अर्मेनिया, यूएई और अन्य देशों से डिपोर्ट करवाया गया और कई अन्य को डिपोर्ट करवाने की कार्रवाई जारी है। बाद में कुछ मीडिया कर्मियों के साथ अनौपचारिक बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने किसानों के चल रहे आंदोलन संबंधी चिंता प्रकट की और कहा कि उन्होंने हाल ही में प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री के साथ अपनी बैठकों के दौरान यह मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा कि उन्होंने कृषि कानूनों को रद करने की मांग की, जो किसान विरोधी और संविधान की भावना के विरुद्ध हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह इन कानूनों को रद कराने के लिए किसानों के साथ मिलकर लड़ाई जारी रखेंगे और इस संघर्ष के दौरान शहीद होने वाले किसानों के बलिदानों को व्यर्थ नहीं जाने देंगे।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि इन काले कृषि कानूनों के विरुद्ध लड़ाई राजनैतिक नहीं है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन सत्ता में है। हमें जो सही हैं उनके साथ खड़े रहने और यह सुनिश्चित बनाने की जरूरत है कि संविधान में मिले हमारे अधिकारों को कुचला न जाए। उन्होंने कहा कि अगर कुछ अन्य राजनीतिक पार्टियों ने पिछले साल जून महीने के दौरान केंद्र के समक्ष हमारी गहरी चिंताओं को एकजुट होकर उठाने संबंधी मेरी ओर से बार-बार किए गए अनुरोध को माना होता तो शायद आज यह स्थिति पैदा न होती। सीएम ने कहा कि पिछली अकाली-भाजपा सरकार ने इस संबंधी दर्ज की गई तीन एफआईआर और कोटकपूरा और बहबल कलां गोलीकांड मामलों में दर्ज अन्य तीन एफआईआर सीबीआई को सौंप दी थीं। उन्होंने कहा कि सीबीआई से मामलों को वापस लेने के बाद चार मामलों में 23 व्यक्तियों के विरुद्ध चार्जशीट दाखिल की गई है और 15 पुलिस कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है, जबकि 10 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है।

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