UP Weather: भारी बारिश व आंधी तूफान ने 24 घंटों में यूपी में ली 34 लोगों की जान

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UP Weather: भारी बारिश व आंधी तूफान ने 24 घंटों में यूपी में ली 34 लोगों की जान
  • कासगंज और फतेहपुर सबसे ज्यादा प्रभावित

Deadly Storm In Uttar Pradesh, (आज समाज), लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश के साथ आए तेज  आंधी-तूफान ने 34 लोगों की जान ले ली है। सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में कासगंज और फतेहपुर शामिल हैं, जहां तूफान से जुड़ी घटनाओं में पांच-पांच लोगों की जान चली गई। अधिकारियों ने बताया कि अचानक और तीव्र मौसम ने कई जिलों में तबाही मचाई है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आज भी प्रदेश में आंशिक रूप से बादल छाए रहने और शुक्रवार व शनिवार को गरज के साथ बारिश होने का अनुमान लगाया है।

ज्यादा मौतें ढांचों के ढहने, पेड़ गिरने और बिजली गिरने से हुईं 

अधिकारियों ने बताया कि ज्यादातर मौतें ढांचों के ढहने, पेड़ों के गिरने और बिजली गिरने के कारण हुई हैं। मेरठ, आगरा, संभल और नोएडा समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बिजली के तार गिर गए, पेड़ उखड़ गए और घरों को नुकसान पहुंचा। 80 ​​किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाओं ने नोएडा में दहशत पैदा कर दी, जहां अचानक बिजली गुल होने के कारण लोग छिपने के लिए भागे। गिरे हुए पेड़ों और साइनबोर्ड के कारण 10 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया।

सीएम योगी ने दिए राहत कार्यों के निर्देश

कासगंज और फतेहपुर के लोगों ने बताया कि कल रात बेहद भयावह थी। तेज हवाओं ने पेड़ों को उखाड़ दिया, बिजली के खंभे तोड़ दिए और घरों व संपत्ति को व्यापक नुकसान पहुंचाया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को राहत कार्यों के तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। सीएम की ओर से एक बयान के मुताबिक तूफान, बारिश और ओलावृष्टि के मद्देनजर संबंधित जिलों के अधिकारियों को पूरी तत्परता से राहत कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं।

प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करें अधिकारी

मुख्यमंत्री योगी ने कहा है कि अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करना चाहिए, सर्वेक्षण करना चाहिए और राहत प्रयासों की बारीकी से निगरानी करनी चाहिए। बिजली, तूफान या वर्षा जनित आपदाओं के कारण मानव या पशु जीवन की हानि होने पर प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत राशि का वितरण सुनिश्चित किया जाए। साथ ही घायलों को उचित चिकित्सा उपलब्ध कराई जाए।

फसल क्षति के आकलन के निर्देश

अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे सर्वेक्षण के माध्यम से फसल क्षति का आकलन करें और सरकार को रिपोर्ट भेजें ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके। सीएम ने यह भी निर्देश दिया है कि जलभराव की स्थिति में जल निकासी की उचित व्यवस्था प्राथमिकता के आधार पर की जाए।

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