किसानों को छरमा के मूल्य संवर्धन से आय सृजन में मिलेगी मदद-कुलपति

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Training Program of Self Help Groups
जिला लाहौल स्पीति के काजा से विभिन्न स्वयं सहायता समूहों के किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन के उपरांत।
  • काजा के स्वयं सहायता समूहों का पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न

आज समाज डिजिटल, पालमपुर (Training Program of Self Help Groups) : चैसकु हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय में ’’सीबकथॉर्न के प्रसंस्करण और मूल्यवर्धन’’ पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हुआ। जिला लाहौल स्पीति के काजा से विभिन्न स्वयं सहायता समूहों के किसानों ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया और सीबकथॉर्न की तैयारी, पैकेजिंग और लेबलिंग सीखी।

उन्होंने दो प्रसंस्करण उद्योगों का भी दौरा किया। कुलपति प्रो. एच.के. चैधरी ने प्रशिक्षण आयोजित करने के लिए खाद्य विज्ञान, पोषण और प्रौद्योगिकी विभाग, सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय की सराहना की और उन्हें ऐसे प्रशिक्षणों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा जो किसानों को आय सृजन के लिए अपने कौशल को बढ़ाने में मदद करें।

काजा के स्पीति सीबकथॉर्न सोसाइटी के किसानों ने विश्वविद्यालय और सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय के अधिष्ठाता डाक्टर वाईएस धालीवाल और वैज्ञानिकों को उनकी क्षमता निर्माण, उनकी तकनीकी जानकारी बढ़ाने, उद्यमशीलता और प्रबंधन कौशल विकसित करने के लिए धन्यवाद दिया।

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