Farmer movement- capitalists look after farmers’ capital after forgiving their debt – Rahul Gandhi: किसान आंदोलन-पूंजीपति दोस्तों का कर्ज माफ करने के बाद किसानों की पूंजी पर नजर- राहुल गांधी

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नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी केंद्र स रकार को कई मुद्दों पर घेरतेरहेहैं। कोरोना वायरस से लेकर अर्थव्यवस्था और सुरक्षा के मुद्दों पर राहुल गांधी ने बुलंद आवाज कर सरकार से सवालात किए हैं। अब राहुल किसानों और उनके मुद्दों को लेकर आए दिन ट्वीट करतेरहतेहैं। बता दें कि बीते पचास दिनों से भी ज्यादा समय से किसान दिल्ली के सिंधु बार्डर पर डेरा डाले बैठेहैं। किसानों की मांग हैंकि केंद्र सरकार अपनेनए कृषि कानून को रद्द करेऔर किसानों के लिए एमएसपी के लिए कानून लाए। राहुल गांधी ने ट्वीट कर किसानों को सपोर्ट करते हुए केंद्र सरकार को आड़ेहाथों लिया। उन्होंने केंद्र की मोदी सर कार को पूंजीपतियों के हित की सरकार बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार किसानों की पूंजी हड़पनेमेंलगी है। अपने ट्वीट में वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने लिखा कि अपने सूट-बूट वाले दोस्तों का 8,75,000 करोड़ का कर्ज माफ करने वाली मोदी सरकार अन्नदाताओं की पूंजी साफ करने में लगी है।
बता दें कि राहुल जब से किसान कृषि कानून के खिलाफ धरने पर बैठेहैंतभी से किसानों को सपोर्ट कर रहे हैं। किसान आंदोलन को लेकर लगातार राहुल गांधी ने केंद्र सरकार से सवाल किए हैऔर कृषि कानूनों को निरस्त करने की भी मांग रखी। वह कृषि कानूनों को लेकर रोज ट्वीट करते रहतेहैं। पंजाब में राहुल गांधी ने किसानों को समर्थन देतेहुए और कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर ट्रैक्टर रैली भी निकाली थी। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया था कि वह देश के किसानों की इज्जत नहीं करते और बार-बार बातचीत करते सिर्फ किसानों को थकाना चाहते हैं। राहुल गांधी ने यह दावा किया था कि नरेंद्र मोदी भले ही देश के प्रधानमंत्री हो लेकिन उनका रिमोट कंट्रोल कुछ पूंजीपतियों के हाथ में ही है। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी कृषि कानूनों के खिलाफ उप राज्यपाल के निवास केपास विरोध प्रदर्शन किया था। उन्होंने कहा था कि सरकार को ये तीनों कानून वापस लेने होंगे। सरकार जब तक ये कानून वापस नहीं लेगी तब तक कांग्रेस पीछे नहीं हटने वाली है।

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