नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट 7 दिनों के होली ब्रेक में अरजेंट मामलों को सुनने के लिए वेकेशन बेंच बनाएगा। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश एसए बोबड़े की बेंच ने जानकारी दी कि होली के एक सप्ताह के ब्रेक में एक वेकेशन बेंच बैठेगी जो सुनवाई करेगी। केवल होली के दिन को छोड़कर मामले की सुनवाई की जाएगी। बता दे कि अब तक वेकेशन बेंच केवल गर्मियों की छुट्टियों में ही बैठती थी। कोर्ट में आज सीएए की संवैधानिक वैद्यता को चुनौती देने वाली वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल की याचिका पर सुनवाई हुई। जिसके दौरान यह कहा गया कि होली की छुट्टी के दौरान एक वेकेशन बेंच सुनवाई करेगी। गौरतलब है कि वकील कपिल सिब्बल ने नागरिकता संशोधन कानून की संवाधानिक वैद्यता को चुनौती देने वाली याचिकाओं की सुनवाई अरजेंट लिस्ट उल्लेख किया था। एजी केके वेणुगोपाल ने भारत के मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे की खंडपीठ को बताया कि केंद्र इस पर 2 दिनों के भीतर जवाब दाखिल करेगा। मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे ने वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल से कहा कि होली ब्रेक के बाद इस मामले का फिर से उल्लेख करें। गौरतलब है कि इतिहास में पहली बार है जब सुप्रीम कोर्ट होली की छुट्टी में भी कार्य करेगा। होली की छुट्टी में नौ मार्च से 15 मार्च तक वेकेशन बेंच काम करेगी। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को कहा कि वह सबरीमला मामले में दलीलें पूरी होने के बाद संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई करेगा। पीठ ने कहा कि सीएए मामलों पर तत्काल सुनवाई किए जाने के संबंध में याचिका पर कहा कि इस अब तक केंद्र ने मामले में कोई जवाब दाखिल नहीं किया है। अटॉर्नी जनरल के.के.वेणुगोपाल ने पीठ को बताया कि केंद्र कुछ दिनों में जवाब दाखिल करेगा। पीठ में न्यायमूर्ति बी. आर. गवई और न्यायमूर्ति सूर्यकांत भी शामिल रहे। नौ सदस्यीय पीठ सबरीमला मंदिर और मस्जिदों में महिलाओं के प्रवेश तथा दाऊदी बोहरा समुदाय में महिलाओं के खतने की प्रथा समेत विभिन्न धार्मिक मामलों पर विचार कर रही है।
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