करनाल जिले में अब तक 252 पराली जलाने के मामले समानें आ चुके हैं

0
216
Stubble burning cases
Stubble burning cases
  • कृषि विभाग ने अब तक 4 लाख85 हजार के करीब जुर्माना इक्कठा किया
    इशिका ठाकुर,करनाल:
    करनाल में अब तक 252 पराली जलाने के मामले समानें आ चुके हैं।कृषि विभाग ने अब तक 4 लाख 85 हजार के करीब जुर्माना इक्कठा किया है। ये प्रक्रिया कृषि विभाग की तरफ से आगे भी जारी है।

 252 से ज्यादा पराली जलाने के मामले

Stubble burning cases
Stubble burning cases

करनाल धान कटाई के बाद किसानों द्वारा पराली जलाने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, किसान अपने खेतों पराली में आग लगाते हैं जिसके बाद वातावरण में प्रदूषण की मात्रा काफी बढ़ जाती है। करनाल में पराली जलाने के मामले जलाने के मामले फिलहाल थम नहीं रहे , करनाल में अब तक 252 से ज्यादा पराली जलाने के मामले सामने आ चुके हैं। कृषि विभाग ने 1 किसानों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया है। वहीं पराली जलाने पर कृषि विभाग ने अब तक 4 लाख 85 हजार के करीब जुर्माना इक्कठा किया है। ये प्रक्रिया कृषि विभाग की तरफ से आगे भी जारी है।

पराली जलाने पर जुर्माना

Stubble burning cases
Stubble burning cases

आपको बता दें कि पराली के चलते हुए प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है। पराली जलाने के मामले ज्यादातर करनाल के घरौंडा, निसिंग और नीलोखेड़ी से आए हैं। कृषि विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने मौके पर जाकर किसानों को पराली जलाने पर जुर्माना लगाया है। एक एकड़ में पराली पर लगाने से करीब 2500 रूपए का जुर्माना है। लेकिन एक बात ये भी है कि पिछले साल के मुकाबले इस बार अभी तक पराली जलाने के मामले पहले से कम हैं, किसान पहले के मुकाबले थोड़े से जागरूक हुए हैं पर अभी और जागरूकता की जरूरत है।

4 लाख 85 हजार के करीब जुर्माना

करनाल के कृषि उप निदेशक आदित्य प्रताप डबास ने किसानों द्वारा पराली जलाने के मामलों को लेकर जानकारी देते हुए कहा, दीपावली के दिन लोगो ने पराली ने आग लगाने का नाजायज फायदा उठाया है, इस साल की सबसे ज्यादा एक्टिव फायर लोकेशन 252 समानें आई है, जिन्हें ट्रेस कर लिया गया है, कृषि विभाग की तरफ से 4 लाख 85 हजार रुपये के करीब जुर्माना वसूला गया है। अन्य लोकेशन पर भी कृषि विभाग काम कर रहा है। उनके खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी।

वही किसानों का कहना है कि हम मजबूरी में धान की पराली को आग लगाते हैं जब मौके पर हमें पराली की गांठे बनाने वाली मशीन नहीं मिलती और अगली फसल बोने में देरी होती है तभी मजबूरी में ऐसा करना पड़ रहा है लेकिन अबकी बार बहुत कम आग लगी है अगर सरकार हमें पूरी सुविधा देगी तो आगे बिल्कुल ही यह खत्म हो जाएगा

वहीं भारतीय किसान यूनियन के नेता रतन मान का कहना है कि किसानों को पूरी सुविधा मिलेगी तो वह भी आग नहीं लगाएंगे लेकिन कहीं ना कहीं सुविधा की कमी है सरकार को किसानों को और सुविधा देनी चाहिए अबकी बार तो बहुत कम रकबे में आग लगी है हम सरकार और एनजीटी से यह अनुरोध करते हैं कि किसानों के प्रति अपना रवैया नरम रखें , आने वाले टाइम में तो किसान बिल्कुल भी पराली को आग नहीं लगाएंगे वही किसान नेता रतन मान ने कहा कि दिल्ली में पंजाब के धुएं के लेकर काफी हड़कंप मचा हुआ है वह दिल्ली में कैसे चल गया यह एक बड़ा सवाल है

ये भी पढ़ें :व्हील चेयर क्रिकेट कुंभ उदयपुर में

Connect With Us: Twitter Facebook

SHARE