Deputy Commissioner Nishant Kumar Yadav अदम्य शौर्य और स्वाभिमान की कहानी है विजय दिवस

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Deputy Commissioner Nishant Kumar Yadav

प्रवीण वालिया, करनाल:

Deputy Commissioner Nishant Kumar Yadav : उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि 1971 का भारत-पाक युद्ध और उसमें भारत की साहसिक जीत, हमारी सेनाओ के अदम्य शौर्य और स्वाभिमान की कहानी है। करीब 13 दिन तक चले इस निर्णायक युद्घ में, पाकिस्तान के हारे हुए करीब 93 हजार सैनिको ने भारतीय सेना के समक्ष आत्म समर्पण किया था और पूर्वी पाकिस्तान, जो अब बंगलादेश है, का उदय हुआ था। यह 16 दिसम्बर का दिन था, जिसे हर साल विजय दिवस के रूप में मनाते हैं।

उपायुक्त गुरूवार को जिला सैनिक बोर्ड कार्यालय के सभागार में बोल रहे थे। इससे पूर्व उन्होंने कार्यालय परिसर में स्थित युद्ध स्मारक पर जाकर देश के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीद सैनिको को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्घांजलि दी। उपायुक्त के साथ पुलिस अधीक्षक गंगा राम पुनिया ने भी युद्ध स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित किया और वीर शहीदों को श्रद्घांजलि दी। (Deputy Commissioner Nishant Kumar Yadav)

धर्म के आधार पर कोई देश संगठित नहीं रह सकता (Deputy Commissioner Nishant Kumar Yadav)

इस अवसर पर ए.एस.आई. विजय पाल के नेतृत्व में पुलिस टुकड़ी ने शौक धुन बजाकर व शस्त्र उल्टे कर शहीदों को सलामी दी। विजय दिवस की पृष्ठद्द भूमि का जिक्र करते उपायुक्त ने बताया कि धर्म के आधार पर पाकिस्तान देश बना था, लेकिन कुछ ही सालो में यह साबित हो गया कि धर्म के आधार पर कोई भी देश संगठित नहीं रह सकता। नतीजतन पश्चिमी पाकिस्तान ने पूर्वी पाकिस्तान के लोगों पर दमन शुरू कर दिया और वहां से लाखों शरणार्थी भारत में आए।

इससे भारत चिंतित हुआ और उसे मानवीय कारणो से इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा, जिसका एकमात्र समाधान सैनिक अभियान था, और इस प्रकार 1971 का युद्ध हुआ। इस युद्ध में भारत की साहसिक जीत हुई, लड़ाई हार चुके पाकिस्तान के करीब 93 हजार सैनिको ने अपने कमांडर जनरल ए.के. नियाजी सहित भारतीय सेना के समक्ष ढाका में आत्म समर्पण कर दिया और बंगलादेश का जन्म हुआ। यह घटना और उदाहरण विश्व में अद्वितीय था। इसी दिन को विजय दिवस का नाम दिया गया, जिसे हम हर साल मनाते हैं।

उन्होंने भारत की महान विजय की स्मृत्ति क्षणों को ताजा कर अपनी सशस्त्र सेनाओं के प्रति आभार प्रकट किया। सम्बोधन के बाद उपायुक्त ने उपस्थित करनाल जिला के युद्ध में शहीद 23 वीर सैनिको के परिजनों को विजय दिवस की बधाई दी और उनके प्रति संवेदना प्रकट की। उन्होंने विश्वास दिलाया कि जिला प्रशासन ऐसे परिवारों के हर सम्भव सहयोग की बाबत तत्पर रहेगा और जिस भी मदद की जरूरत होगी, उसे प्राथमिकता से पूरी करेगा। (Deputy Commissioner Nishant Kumar Yadav)

सैनिक बोर्ड कार्यालय का प्रवेश स्थल होगा रिडव्ल्प (Deputy Commissioner Nishant Kumar Yadav)

कार्यक्रम के समापन पर सैनिक कैंटीन के प्रबंधक कर्नल निरंजन सिंह ने उपायुक्त को सीआफ करने के दौरान सैनिक बोर्ड कार्यालय के प्रवेश की स्थिति से अवगत करवाया और र्फ्रंट की दीवार, पार्किंग स्थल तथा गेट बनवाने की मांग रखी। उपायुक्त ने इसे सहर्ष स्वीकार कर लिया और कहा कि यह सभी कार्य करवा दिए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि बाहरी दीवार पर प्लस्तर करके इसे सुंदर बनाया जाएगा। गेट के बाहर वाहनो के लिए उपयुक्त पार्किंग बनाएंगे और अच्छा गेट लगवाएंगे। उन्होंने यह भी किया कि एंट्री गेट से सचिव कार्यलय तक इंटरलॉकिंग की सड़क के साथ-साथ पानी निकासी के लिए ड्रेनेज व्यवस्था को भी दुरूस्त करेंगे।

Deputy Commissioner Nishant Kumar Yadav

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