Ramgarh becomes Barnala’s first corona infection-free village: बरनाला का पहला कोरोना संक्रमण मुक्त गांव बना रामगढ़

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बरनाला। कोरोना संक्रमण को दूर रखने में गांव रामगढ़ जिला में सबसे अग्रणी है। जिसने 45 वर्ष व उससे ज्यादा की आयु के सौ फीसदी लोगों को वैक्सीनेशन करने में कामयाब रहा है। इसके अलावा इस गांव में कोरोना संक्रमण से किसी की मृत्यु भी नहीं हुई है, दो लोगों में पहले कोरोना संक्रमण के लक्षण पाए गए थे गत दिनों उनकी रिपोर्ट भी निगेटिव आ गई है। इसका पड़ोसी गांव टल्लेवाल है जो दूसरे नंबर पर आने के लिए पूरी तरह से प्रयासरत है जहां वैक्सीन की डिलीवरी नहीं पहुंचने से लक्ष्य की प्राप्ति करने में पीछे है। जिला के गांव रामगढ़ के सरपंच राजविंदर सिंह और सेहत विभाग की एएनएम जसबीर कौर का कहना है कि गांव की कुल जनसंख्या 2954 है। जहां 45 वर्ष से ज्यादा के उम्र के लोगों रोजाना लोगों की संख्या 790 है। इस उम्र के तमाम लोगों की वैक्सीनेशन पूरी कर ली गई है। गांव को संक्रमण मुक्त रखने के लिए हर घर में मास्क, सेनिटाइजर, साबुन का प्रबंध करने के अलावा गांव की एंट्री पर भी किया गया है। हर व्यक्ति पर नजर रखने के लिए गांव में ठीकरी पहरा लगाया जा रहा है। गांव को संक्रमण मुक्त करने में पंचायत और डॉ. जसबीर औलख के दिशा निर्देश के अंतर्गत और आशा वर्करों के सहयोग से लक्ष्य की प्राप्ति संभव हो सकी है। इसके बाद 18-45 उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य भी समय से पहले पूरा करेंगे। उधर गांव टल्लेवाल के सरपंच हरशरण सिंह कहते हैं कि वैक्सीनेशन करवाने में उनका गांव लक्ष्य के बिलकुल पास है। गांव में 45 की उम्र से ज्यादा के लोगों की संख्या लगभग 15 सौ है। जिनमें फ्रंटलाइन वर्ग सहित 14 सौ ज्यादा लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। एक सप्ताह से वैक्सीन का इंतजार किया जा रहा है। यदि वैक्सीन रेगुलर होती तो लक्ष्य कब का पूरा हो चुका होता। इसके साथ ही सरपंच ने बताया कि इस दौरान गांव वालों ने दिनरात गांव में ठीकरी पहरे लगाए। न किसी को गांव में आने दिया और किसी को गांव से जाने दिया।
घोषित अनुदान हासिल करने को दर्ज होगा नाम : गौरतलब है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा गत कुछ दिन पहले ही राज्यभर के डिप्टी कमिश्नरों व पंचायतों के साथ आॅनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंस की गई थी। जिसमें बताया गया था कि लोग प्राथमिक पड़ाव में इलाज-उपचार करवाने की बजाय सेहत स्थिति गंभीर होने पर ही अस्पताल पहुंचते हैं। कोरोना से मुक्ति के लिए यदि शुरुआत में ही टेस्ट करवा लिए जाए तो गंभीर स्थिति में पहुंचने की नौबत नहीं आती। पंजाब सरकार द्वारा कोरोना मुक्त गांव अभियान शुरू कर 100 प्रतिशत टीकाकरण करवाने वाले हर गांव को 10 लाख की विशेष अनुदान राशि देने का ऐलान किया था।

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