हिमाचल की कला एवं संस्कृति को देश दुनिया में अलग पहचान दिलाना लक्ष्य : अनुराग

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कहा- कांग्रेस की 2024 में जीत तो दूर, कांग्रेस अपना अध्यक्ष चुन ले तो वह ही होगी बड़ी बात
लोकिन्दर बेक्टा, शिमला:
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री पद के रूप में मिली नई जिम्मेदारी व पदोन्नति के बाद पहली बार शिमला पहुंचे अनुराग ठाकुर ने हिमाचल को लेकर कई बातें साझा की हैं। जन आशीर्वाद यात्रा के पहले दिन शिमला पहुंचे अनुराग ठाकुर ने दूसरे दिन की यात्रा शुरू करने से पहले शिमला में जहां केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों को सामने रखा, वहीं हिमाचल की संस्कृति को लेकर भी अपना लक्ष्य को साझा किया। अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को यहां मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हिमाचल की कला एवं संस्कृति को देश दुनिया में अलग पहचान दिलाना उनका अगला लक्ष्य है। यहां की सांस्कृतिक विरासत और देव परंपरा का अपना एक अलग महत्व है। उन्होंने कहा कि चंबा का रुमाल, कांगड़ा कलम, शॉल और टोपी सहित राज्य में बनने वाले अन्य उत्पादों को विश्व पटल पर पहचान दिलाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वह यहां की कला, संस्कृति, नाट्य शैली और लोक गीतों में मिठास है, जिसको संरक्षण देने के लिए वह हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि यह हमारी विरासत है और इसे प्रमोट कर देश व दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचाने का संकल्प लिया है और इसी तरह का संकल्प युवाओं को भी लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिमाचल की संस्कृति को देश-दुनिया तक पहुंचाने का पूरा प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आगामी 10 साल के एजेंडे के तहत आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि हिमाचल की अमूल्य धरोहर को खत्म नही होने देंगे।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि हिमाचल को स्वास्थ्य के क्षेत्र में 4200 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट मिले हैं। इसमें बिलासपुर में एम्स, ऊना का पीजीआई सेंटर, 6 मेडिकल कॉलेज, सुपर स्पेशलिटी और ट्रामा सेंटर प्रमुख हैं। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश का बल्क ड्रग फार्मा पार्क सहित अन्य प्रोजेक्ट दिलाने के लिए भी वह प्रयासरत हैं।
उधर, 2024 के आम चुनावों, महंगाई व पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर पूछे गए सवाल पर अनुराग ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस इन मुद्दों पर चुनाव लड़ना तो दूर, 2024 तक अपना अध्यक्ष ही चुन ले, यह भी बड़ी बात होगी। उन्होंने विपक्ष के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि केंद्र सरकार सबका साथ-सबका विश्वास के साथ सबका प्रयास के नारे के साथ आगे बढ़ रही है, ताकि आजादी के 100 साल पूरा होने पर संकल्प सिद्धि को प्राप्त किया जा सके।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि नई जिम्मेदारी मिलने के बाद हिमाचल आने में उन्हें देरी हुई, क्योंकि मानसून सत्र चल रहा था। उन्होंने कहा कि 623 किलोमीटर की जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान 4 लोकसभा के 35 विधानसभा क्षेत्रों में 8 जिले कवर होंगे व 90 कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व हिमाचल की जनता ने उनपर जो विश्वास जताया उस पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे। कोरोना काल में सरकार ने आपदा में अवसर ढूंढे व आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए आगे बढ़ने का काम किया। आजादी के 75 वर्ष को अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। एक सवाल के जवाब में अनुराग ठाकुर ने कहा कि उन्हें जो जिम्मेदारी मिली है, वे इससे बहुत खुश हैं। उन्हें पद की लालसा नहीं हैं। इस पद पर भी चुनौतियां बड़ी हैं और जो अवसर मिला है उसमें न्याय करके दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जो विश्वास किया है, उस पर खरा उतरना है।
धर्मशाला स्टेडियम देखने हर साल पहुंचते हैं 5 लाख लोग
अनुराग ठाकुर ने कहा कि धर्मशाला स्टेडियम में हर साल 5 लाख लोग केवल निहारने आते हैं। ये बदलाव एक क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण करने के बाद आया है। उन्होंने कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किया गया है। इसमें शारीरिक, मानसिक विकास को लेकर विशेष प्रावधान है। उन्होंने कहा कि खेलों का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। खेलों से खिलाड़ियों का भविष्य सुधारना है और इसके लिए कार्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मर्तबा अधिकतर गरीब व माध्यम वर्ग से आए खिलाड़ियों ने ही ओलिंपिक में पदक जीते हैं। खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं देने व नए खिलाड़ियों की तलाश कर उनको मौका देने पर सरकार काम कर रही है। ठाकुर ने कहा कि 75 ओलंपियन को अलग-अलग स्कूलों में तैनात किया जाएगा, ताकि बच्चों को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिल सके। हिमाचल के आशीष और वरुण भी 75-75 स्कूलों में जाने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि खेल संघ तय करे कि उसका मुखिया कौन बनेगा। सिर्फ खिलाड़ी ही खेल संघ का मुखिया बने, यह उचित नहीं। उन्होंने कहा कि खेल संघों में गलत राजनीति न हो। वे खुद खेल संघ की बदौलत ही राजनीति में आए हैं।

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केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण, युवा सेवाएं व खेल मंत्री अनुराग ठाकुर शिमला में प्रेस कॉन्फ्रेंस में संबोधित करते हुए।

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