मिलिए सरदार सरबजीत सिंह से, कैंसर अस्पताल में रोज 2000 लोगों को वितरित करते हैं गुरू का लंगर

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Sardar Sarabjit Singh

आज समाज डिजिटल, Sardar Sarabjit Singh : सिख कौम दुनिया में अपनी निस्वार्थ सेवा के लिए जानी जाती है। कहते हैं कि भूखे को खाना खिलाने से बड़ा पुण्य कोई नहीं होता। हर इंसान को समय-समय पर धार्मिक कार्य करने चाहिए। भूखे व्यक्ति को खाना खिलाने से पुण्य मिलता हो या न मिलता हो परन्तु आत्मिक सुख जरूर मिलता है। इसलिए शायद सभी धर्मो में विभिन्न रूपों में दान का महत्व बताया गया है,और उसे पुण्य से जोड़ दिया गया है।

आज हम आपको यहां एक ऐसे ही शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो निस्वार्थ भावना से लोगों को खाना खिलाते हैं। इस इस प्रथा काे सिख सेवादार सरदार सरबजीत सिंह बॉबी बाखूभी निभा रहे हैं। सरदार सरबजीत सिंह बॉबी का कहना है कि वह बस अपने गुरुओं की वाणी का पालन कर रहे हैं। सरदार सरबजीत सिंह बॉबी हर रोज़ शिमला के कैंसर अस्पताल में लगभग 2000 लोगों को निशुल्क गुरू का लंगर प्रसाद छकाते है। मानवता का दर्द बांटने का जो जज्बा इनमें दिखता है वह शब्दों में बखान नही किया जा सकता। सभी गुरू साहिबानों ने भी अपनी बाणी में मानव सेवा का उपदेश दिया है।

शिमला के लोअर बाजार में है छोटी-सी दुकान

शिमला के लोअर बाजार में जूते-चप्पलों की छोटी सी दुकान चलाने वाले सरदार सरबजीत सिंह ने साल 2002 से शव वाहन चलाने की सेवा शुरू की। तभी उन्होंने देखा कि दूर-दूर से अस्पताल में आते लोगों के लिए सबसे बड़ी परेशानी होती थी खाना।

एक तो अस्पताल में मरीज के इलाज का खर्च ऊपर से खुद के रहने और खाने-पीने पर खर्च। कुछ लोग तो इतने मजबूर होते थे कि उनके पास इनते पैसे नहीं होते थे कि वह एक समय का खाना भी अच्छे से खा सकें। ऐसे में बॉबी ने कैंसर अस्पताल में पहले 6 माह में केवल चाय और बिस्किट की सेवा की। इसके बाद इन्होंने लगभग 2 लाख की लागत से वहां एक लंगर हाल तैयार करवाया और मजबूर लोगों को लंगर बांटना शुरू कर दिया।

छोटे बच्चे भी बने मददगार (Free Food in Shimla)

शिमला के इस कैंसर अस्पताल में एक रोटी बैंक बनाया गया जिसमें स्थानीय लोग भी काफी मदद करते हैं। बॉबी सिंह की इस रोटी बैंक में छोटे-छोटे बच्चे भी अपनी सेवा देते हैं। स्कूली बच्चे अपने टिफिन में घर से एक या दो रोटी ज्यादा लाकर रोटी बैंक में जमा करवाते है जिससे मजबूर लोगों का पेट भरा जाता है। जहां भी किसी को खाने की जरूरत होती है बॉबी सिंह वहां सहायता पहुंचाते हैं।

बॉबी सिंह ने एक वैन रखी है जो हर रोज शहर और गांवों में जाती है और रोटियां जमा करती है जिससे मजबूर लोगों का पेट भरा जाता है। सारा खाना एक दिन में ही बांट दिया जाता है। अगले दिन फिर से ताजा खाना लोगों को दिया जाता है। सरदार सरबजीत सिंह बॉबी की इस मानव सेवा की लोग काफी तारीफ करते हैं।

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