Russia Afghanistan Relations, (आज समाज), मॉस्को/काबुल: रूस ने अफगानिस्तान में तालिबान सरकार को मान्यता दे दी है और ऐसा करने वाला रूस विश्व का पहला देश बन गया है। अफ़गानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी (Amir Khan Muttaqi) ने गुरुवार को राजधानी काबुल में रूस के अफ़गानिस्तान में राजदूत दिमित्री झिरनोव से मुलाकात के बाद यह घोषणा की। उन्होंने बताया कि रूस आधिकारिक तौर पर उसके शासन को मान्यता देने वाला पहला देश बन गया है।
रूस के निर्णय को साहसिक निर्णय बताया
अफ़गानिस्तान ने रूस के इस निर्णय को साहसिक निर्णय बताया है। बता दें कि विदेशी समर्थित सरकार को हटाने के बाद तालिबान ने 2021 में सत्ता में वापसी की और इस्लामी कानून का कठोर संस्करण लागू किया। देश 1979 से 1989 तक सोवियत आक्रमण सहित चार दशकों के युद्ध से उबरने के बाद आधिकारिक अंतरराष्ट्रीय मान्यता और निवेश की उत्सुकता से मांग कर रहा है।
अफगानिस्तान के नए राजदूत की साख स्वीकार की
रूसी विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान में कहा, रूस ने अफगानिस्तान के नए राजदूत की साख स्वीकार कर ली है, जो देश के तालिबान अधिकारियों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाने के लिए चल रहे अभियान का हिस्सा है। मंत्रालय ने कहा, हमारा मानना है कि अफगानिस्तान के इस्लामिक अमीरात की सरकार को आधिकारिक मान्यता देने से हमारे देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में उत्पादक द्विपक्षीय सहयोग के विकास को गति मिलेगी। गौरतलब है कि तालिबान अधिकारियों ने चार साल पहले देश से संयुक्त राज्य अमेरिका के सैनिकों के वापस जाने के बाद सत्ता पर कब्ज़ा कर लिया था।
रूस का साहसिक निर्णय दूसरों के लिए उदाहरण : मुत्ताकी
आमिर खान मुत्ताकी (Amir Khan Muttaqi) ने एक्स पर बैठक के एक वीडियो में कहा, रूस का साहसिक निर्णय दूसरों के लिए एक उदाहरण होगा। उन्होंने कहा, यह सकारात्मक संबंधों, आपसी सम्मान और रचनात्मक जुड़ाव का एक नया चरण है। तालिबान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जिया अहमद तकाल ने अपने प्रशासन के लिए सरकार के नाम का उपयोग करते हुए बताया, रूस पहला देश है जिसने आधिकारिक तौर पर इस्लामिक अमीरात को मान्यता दी है।
मान्यता का कार्य द्विपक्षीय सहयोग के विकास को बढ़ावा देगा
रूस के विदेश मंत्रालय ने टेलीग्राम पर जोड़ा, हमारा मानना है कि अफगानिस्तान के इस्लामी अमीरात की आधिकारिक मान्यता का कार्य कई क्षेत्रों में हमारे देशों के बीच उत्पादक द्विपक्षीय सहयोग के विकास को बढ़ावा देगा। इसने ऊर्जा, परिवहन, कृषि और बुनियादी ढांचे में संभावित वाणिज्यिक और आर्थिक सहयोग पर प्रकाश डाला। मंत्रालय ने कहा कि मास्को को उम्मीद है कि वह काबुल को क्षेत्रीय सुरक्षा को मजबूत करने और आतंकवाद व मादक पदार्थों की तस्करी के खतरों से लड़ने में मदद करना जारी रखेगा।
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