रोहतक: कई परीक्षाओं का परिणाम जारी कर दिया

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संजीव कोशिक, रोहतक:
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) ने जून-जुलाई 2021 में आयोजित मास्टर ऑफ  लॉ के चौथे सेमेस्टर की रेगुलर व री-अपीयर तथा तीसरे सेमेस्टर की केवल री-अपीयर, एमएससी आनर्स गणित पंच वर्षीय समेकित के पांचवें व नौंवे सेमेस्टर की केवल री-अपीयर तथा चौथे, आठवें व दसवें सेमेस्टर की रेगुलर व री-अपीयर, पीजी डिप्लोमा इन योगा साइंस प्रथम सेमेस्टर की रेगुलर व री-अपीयर, एमबीए पंच वर्षीय समेकित के प्रथम सेमेस्टर, पीजी डिप्लोमा इन रिहैबिलिटेशन साइकोलोजी प्रथम सेमेस्टर, एपीजीडीसीए प्रथम सेमेस्टर, एमए-संस्कृत, इतिहास, राजनीतिक विज्ञान, अंग्रेजी व हिन्दी सीबीसीएस के चौथे सेमेस्टर की फुल व री-अपीयर की परीक्षाओं का परिणाम जारी कर दिया है। परीक्षा नियंत्रक डा. बीएस सिन्धु ने बताया कि परीक्षा परिणाम विश्वविद्यालय वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगा। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट इंजीनियरिंग एंड टैक्नोलोजी (यूआईईटी) के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के सातवें सेमेस्टर के छात्र रोहित ने ऐरो डायनैमिक्स डिजाइन बाइक फॉर इंप्रूवमेंट इन द एफिशिएंसी को क्रियान्वित करते हुए विशेष बाइक का निर्माण करते हुए इसके बैकपैनल और मडगार्ड के डिजाइन में सुधार किया है।
यूआईईटी निदेशक प्रो. युद्धवीर सिंह ने इंजीनियर्स डे पर इस विशेष बाइक का निर्माण करने पर छात्र रोहित को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर प्रो. युद्धवीर ने कहा कि विद्यार्थी ही देश का भविष्य बनाता है और उसे हमेशा एक नई दिशा में ले जाने का काम करता है। हर विद्यार्थी एक नई ऊर्जा और महत्वकांक्षा से परिपूर्ण होता है, इसका प्रत्यक्ष प्रमाण रोहित ने यह विशेष बाईक बना कर दिया है।
प्रो. युद्धवीर सिंह ने बताया कि इस मॉडिफाइड बाइक की खास बात यह है इसके व्हील कवर और रियर व्हील पैनल – जिनके कारण बाइक के चैन में पानी व कीचड़ नहीं आएगा, जिससे चैन व बाइक दोनों ही लम्बे समय तक दुरुस्त रहेंगे। उन्होंने बताया कि दूसरी खास बात यह है की व्हील कवर से पिछले व्हील में साड़ी या दुपट्टा जैसे चीजे नहीं फंसेगी और किसी दुर्घटना या चूक की संभावना नहीं रहेगी।
छात्र रोहित ने बताया कि यह उनका ड्रीम प्रोजेक्ट था जिसका विचार वे कक्षा नौवीं से ही कर रहे थे। उन्हें मैकेनिकल इंजीनियरिंग की प्रेरणा अपने पिता जी से मिली जो की खुद एक मैकेनिकल इंजीनियर हैं। वे रोज अपने पिता को मैकेनिकल वर्कशॉप में काम करते हुए देखते थे जिससे उन्हें यंत्रो में रुचि होने लगी। उन्होंने आगे चलकर विज्ञान की पढ़ाई की व मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन करने की ठान ली और इंजीनियर्स डे के अवसर पर अपने सपने को पूरा करते हुए इस बाइक का निर्माण किया। रोहित ने बताया की आगे वे एक जेट पैक के डिजाइन पर काम कर रहे है। मैकेनिकल विभाग समेत यूआईईटी के शिक्षकों ने छात्र रोहित को इस उपलब्धि के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

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