Rajasthan News: जैसलमेर सीमा पर तनोट में सेना व बीएसएफ के जवानों से मिले सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी

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Rajasthan News: जैसलमेर सीमा पर तनोट में सेना व बीएसएफ के जवानों से मिले सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, आॅपरेशन सिंदूर में भूमिका के लिए की सराहना
  • सेना प्रमुख ने आपरेशन सिंदूर में भूमिका के लिए की सुरक्षा बलों की सराहना

COAS Gen Upendra Dwivedi In Tanot Rajasthan, (आज समाज), जैसलमेर: सेना प्रमुख (COAS) जनरल उपेंद्र द्विवेदी (Gen Upendra Dwivedi) ने आज सुबह राजस्थान में जैसलमेर सीमा पर स्थित तनोट में सुरक्षा बल के जवानों से मिले और घातक पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू किए गए आपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के दौरान सेना और सीमा सुरक्षा बलों (बीएसएफ) के उत्कृष्ट प्रदर्शन की प्रशंसा की।

आपरेशन सिंदूर में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रशंसा पत्र दिया

जनरल उपेंद्र द्विवेदी, सीओएएस ने सोमवार को तनोट, जैसलमेर सीमा का दौरा किया और राजस्थान फ्रंटियर के बीएसएफ के सहायक कमांडेंट पीके मिश्रा को इस दौरान उन्होंने आपरेशन सिंदूर के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रशंसा पत्र प्रदान किया। बीएसएफ राजस्थान ने एक्स पर पोस्ट कर यह जानकारी दी। उपेंद्र द्विवेदी ने रेगिस्तानी क्षेत्र में कोणार्क कोर के अग्रिम क्षेत्रों में लौंगेवाला का दौरा किया और आॅपरेशन सिंदूर के दौरान उनके योगदान के लिए बलों की सराहना की।

भारतीय सेना ने लौंगेवाला की प्रशंसा की 

एक्स पर एक पोस्ट में, अतिरिक्त लोक सूचना महानिदेशालय (ADG-PI) भारतीय सेना ने लौंगेवाला की प्रशंसा एक ऐसे स्थल के रूप में की, जहां बहादुरी और बलिदान राष्ट्र के इतिहास में अंकित हैं। जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने इस बात पर जोर दिया कि प्रतिष्ठित युद्ध का मैदान उन सैनिकों की अटूट भावना और वीरता का प्रतीक है, जिन्होंने भारी बाधाओं के बावजूद मातृभूमि की रक्षा की और अपने साहस व समर्पण से पीढ़ियों को प्रेरित किया।

आतंकियों ने कर दी थी 26 टूरिस्टों की हत्या

आतंकियों ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 नागरिकों की हत्या कर दी थी और इसके प्रतिशोध में भारतीय सशस्त्र बलों ने आॅपरेशन सिंदूर चलाया और 7 मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में 9 आतंकी बुनियादी ढांचे सफलतापूर्वक नष्ट कर दिए। इन हमलों में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए।

पाकिस्तान के 11 एयरबेसों को नुकसान पहुंचाया

भारत के हमले के बाद, पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा और जम्मू और कश्मीर में सीमा पार से गोलाबारी के साथ-साथ सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्रोन हमलों का प्रयास किया, जिसके बाद भारत ने एक समन्वित हमला किया और पाकिस्तान के 11 एयरबेसों में रडार बुनियादी ढांचे, संचार केंद्रों और हवाई क्षेत्रों को क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके बाद 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच शत्रुता समाप्त करने की सहमति की घोषणा की गई।

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