Protest Against Harassment: आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका के उत्पीड़न के खिलाफ संगठनों ने किया प्रदर्शन

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Protest Against Harassment
आज समाज डिजिटल, रोहतक:
Protest Against Harassment:आंगनवाड़ी वर्कर्स और हैल्पर्स के 3 मार्च के विधान सभा कूच को रोकने के लिए सरकार बौखलाकर दमन पर उतर आई है। सरकार का यह रुख बेहद निंदनीय और तानाशाहीपूर्ण है जिस के सीटू,सर्व कर्मचारी संघ और कई संगठनों ने उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन कर तहसीलदार के माध्यम से राज्यपाल को भेजा ज्ञापन।

स्थानीय मानसरोवर पार्क में एकत्रित हुए कार्यकर्ता Protest Against Harassment

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प्रदर्शन से पहले सभी कार्यकर्ता स्थानीय मानसरोवर पार्क में एकत्रित हुए और सभा का आयोजन किया। सभा की अध्यक्षता रामचंद्र सिवाच, शिवकुमार, रामनिवास सैनी और राजकुमारी दहिया ने संयुक्त रूप से की जिसका संचालन सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा रोहतक के सचिव जयकुॅवार दहिया ने किया।

हड़ताल को आज 86 दिन हुए Protest Against Harassment

कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सीटू के प्रांतीय प्रधान सतबीर सिंह, संयुक्त किसान मोर्चा के नेता इंदरजीत सिंह, जयकुॅवार दहिया और कामरेड विनोद ने कहा कि 8 दिसम्बर से जारी आंगनबाड़ी वर्करों की हड़ताल को आज 86 दिन हो चुके हैं। पहले से तयशुदा कार्यक्रम के तहत हड़ताली आंगनबाड़ी वर्करों ने आज  3 मार्च को विधानसभा कूच का आह्वान किया हुआ था। रोहतक, रेवाड़ी, पलवल, गुरुग्राम,महेंद्रगढ़ आदि जिलों से जब वर्कर्स रात को अपने साधनों से पंचकूला के लिए निकली तो रास्ते में ही उनके साधनों को जब्त कर लिया गया और सैकड़ों वर्करों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया तथा घरों में ही नजरबंद कर दिया।

पुलिस दमन से खफा वर्करों ने सड़कों पर डेरा डाला Protest Against Harassment

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सुबह 4 बजे दूसरे जिलों से चली आंगनबाड़ी वर्करों के साथ भी जगह-जगह पर ऐसा ही व्यवहार किया गया। पुलिस दमन से खफा वर्करों ने भी सड़कों पर ही डेरा डाल दिया और सरकार के दमनकारी हथकंडों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उधर विधानसभा कूच के लिए निर्धारित पंचकूला के यवनीका पार्क को पुलिस छावनी में बदल दिया गया। आसपास के जिलों की पुलिस ने पार्क को अपने घेरे में ले लिया तथा वहां पहुँची सैकड़ों वर्करों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
 नेताओं ने कहा कि एक तरफ खट्टर सरकार महिला हितैषी होने का दंभ भरते हुए महिला दिवस 8 मार्च को बजट पेश करने का नाटक कर रही है और दूसरी तरफ प्रदेश की महिला  परियोजना कर्मियों को पुलिस दमन का शिकार बनाया जा रहा है वास्तव में यही सरकार का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा है।

दमनकारी हथकंडों से बाज आये सरकार Protest Against Harassment

इस दमन से भाजपा सरकार के ‘बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ‘ नारे की भी पोल खुल गई है।  सरकार दमनकारी हथकंडों से बाज आये, दमन का ये रास्ता सरकार की कफन में कील का काम करेगा और सरकार को इसकी कीमत अदा करनी पड़ेगी। उन्होने बहादुर आंगनबाड़ी वर्कर्स और हैल्पर्स बहनों के संघर्ष और जज्बे को सलाम करते हुए कहा कि सरकार बौखला चुकी है। इसलिए जगह-जगह हमारे काफिलों को रोका जा रहा है और गिरफ्तारियां की जा रही हैं।
उन्होंनेे सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि जितना दमन का सहारा लेना है लीजिए लेकिन वर्कर्स डरने वाली नहीं हैं और आंदोलन जीत के साथ ही वापिस होगा अन्यथा नहीं।कर्मचारी नेता विकास दहिया, धर्मराज कुंडू, सुरेंद्र हुड्डा, जोगिंदर दलाल, हरियाणा ज्ञान विज्ञान समिति के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रणबीर सिंह दहिया, जनवादी महिला समिति की नेत्री जगमति सांगवान, भवन निर्माण कामगार यूनियन के जिला उपप्रधान संजीव सिंह, एसएफआई के छात्र नेता अर्जुन,किसान नेता वेदपाल,अशोक मायना, सूबेदार राजेंद्र, रिटायर्ड कर्मचारी नेता रामकिशन नौनंद, खेमचंद, आंगनबाड़ीकर्मी नेत्री मूर्ति और अनीता  प्रमुख तोर पर शामिल रहे।
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