तेंदुए को रेस्क्यू करने में दिखाई बहादुरी के लिए पानीपत पुलिस की टीम सम्मानित

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तेंदुए को रेस्क्यू करने में दिखाई बहादुरी के लिए पानीपत पुलिस की टीम सम्मानित
तेंदुए को रेस्क्यू करने में दिखाई बहादुरी के लिए पानीपत पुलिस की टीम सम्मानित
आज समाज डिजिटल, पानीपत:
पानीपत। सोमवार को पुलिस महानिरीक्षक सतेंद्र कुमार गुप्ता करनाल, मंडल करनाल द्वारा थाना सनौली की पुलिस टीम को प्रशंसा पत्र व नगद इनाम देकर सम्मानित किया और टीम का उत्साहवर्धन भी किया गया। प्रबंधक थाना सनौली निरीक्षक जगजीत सिंह की अध्यक्षता में थाना सनोली की टीम- एएसआई अनिल कुमार, एएसआई सुरेन्द्र कुमार, मुख्य सिपाही प्रदीप कुमार, मुख्य सिपाही देवेन्द्रर सिंह व एक आमजन व्यक्ति नाजिब ने दिनांक 7 मई को पानीपत के गांव अधमी व अतौलापुर के बीच में जंगलों में एक तेंदुए को रेस्क्यू करने में बहादुरी दिखाई थी और अपनी जान की परवाह किए बिना वन विभाग की टीम के सहयोग से तेंदूए को पकडवा कर जंगल में छुडवाया गया था। इस दौरान निरीक्षक जगजीत सिंह के उपर उक्त तेंदूए ने हमला बोल दिया था। जिसमें जगजीत सिंह जख्मी हो गए और उसने गाल व बाजू पर चोट आई थी। पुलिस महानिरीक्षक ने उनके द्वारा किए गए इस जोखिम भरे कार्य की सराहना की और शाबासी दी।

 

 

तेंदुए को रेस्क्यू करने में दिखाई बहादुरी के लिए पानीपत पुलिस की टीम सम्मानित
तेंदुए को रेस्क्यू करने में दिखाई बहादुरी के लिए पानीपत पुलिस की टीम सम्मानित

टीम के साथ मौके पर पहुंचे

निरीक्षक जगजीत सिंह : इस घटना के बारे में थाना प्रबंधक सनौली निरीक्षक जगजीत सिंह ने बताया कि दिनांक 7 मई को उन्हे सूचना प्राप्त हुई थी कि गांव अधमी के पास फैक्ट्री एरिया में एक तेंदूआ घुस आया है। प्राप्त सूचना पर निरीक्षक जगजीत सिंह अपनी टीम- एएसआई अनिल कुमार, एएसआई सुरेन्द्र कुमार, मुख्य सिपाही प्रदीप कुमार, मुख्य सिपाही देवेन्द्र कुमार व पुलिस इमदादी नाजिम सहित मौके पर पंहुचे थे। जगजीत सिंह ने अपनी सूझबूझ से सबसे पहले एकत्रित आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आउटर कोर्डन लगाया और मौके पर वन विभाग के अधिकारियों को पंहुचने के लिए सूचित किया गया।

निरीक्षक जगजीत सिंह ने अपनी जान की परवाह किए बिना तेंदूए से डॉक्टर की जान बचाई

इसी दौरान मौके पर पुलिस के उच्च अधिकारी व वन विभाग के अधिकारी भी पंहुच गए और तेंदूए को रेस्क्यू करने के लिए अभियान चलाया गया। रेस्क्यू के दौरान तेंदूए ने वन विभाग की रेस्क्यू टीम के डॉक्टर अशोक कुमार खासा पर एक दम से जानलेवा हमला कर दिया और डाक्टर को घायल कर दिया। इसी दौरान निरीक्षक जगजीत सिंह ने अपनी जान की परवाह किए बिना तेंदूए से डॉक्टर की जान बचाई। जिसके बाद तेंदूए ने निरीक्षक जगजीत सिंह पर भी हमला बोल दिया। इस हमले में जगजीत सिंह को भी काफी चोटें आई थी।

अपनी जान पर खेलकर अपने कर्तव्य निष्ठा का पालन किया, जो काबिले तारीफ

पुलिस टीम, वन विभाग की टीम व पुलिस इमदादी नाजिम ने सूझबूझ से तेंदूए को गाडी की मदद से एक दीवार की तरफ भगाया और तेंदूए को गाड़ी और दीवार के बीच में फंसाकर डाक्टर द्वारा तेंदूए को नशे का इन्जेक्शन देकर बेहोश करके काबू किया गया। इस अभियान में निरीक्षक जगजीत सिंह व उनकी सहयोगी टीम ने अदम्य साहस का परिचय दिया और अपनी जान की परवाह किए बिना अपनी जान पर खेलकर अपने कर्तव्य निष्ठा का पालन किया, जो काबिले तारीफ है।
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