करोड़ों रुपए लगाने के बाद भी लोग गंदगी मे जीने को मजबूर : स्वामी 

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Panipat News/Pollution Control Board's orders are being flouted openly
Panipat News/Pollution Control Board's orders are being flouted openly
  • प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आदेशों की सरेआम उड़ाई जा रही है धज्जियां, ईमानदार नेता खामोश
आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। उपायुक्त के पत्र से तहसील के भ्रष्टाचार को दबाने का प्रयास करोड़ों रुपए लगाकर अपना मकान बनाया उसके बावजूद भी लोग गंदगी में रहने को मजबूर हैं। यह आरोप जोगेंद्र स्वामी पूर्व जिला पार्षद ने चेयरमैन प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को भेजी शिकायत में लगाए। उन्होंने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा इस मामले को लेकर अंसल एपीआई पानीपत में किसी भी प्रकार की सेल परचेज (रजिस्ट्रियों) पर पूरी तरीके से रोक लगाने के आदेश देने के बावजूद भी लाखों रुपए की अवैध धन वसूली कर खुले रूप से रजिस्ट्रियां करने का मामला जारी है।

रजिस्ट्रियां खुले रूप से होनी शुरू हो गई 

उन्होंने कहा कि 14 फरवरी 2023 को उपायुक्त पानीपत को ज्ञापन सौंपकर अंसल एपीआई में की गई रजिस्ट्रियों की कॉपियों सहित ज्ञापन सौंपा गया था, लेकिन उपायुक्त पानीपत द्वारा उस पर किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई। उल्टा वहां की रजिस्ट्रियां खुले रूप से होनी शुरू हो गई इसके बावजूद 3 मार्च 2023 को उपायुक्त पानीपत द्वारा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आदेशों की अवहेलना कर अंसल एपीआई की रजिस्ट्री खोलने के लिए करबद्ध प्रार्थना किसी प्रभाव के तहत करना अपने आप में ही औचित्यहीन है, क्योंकि जब रजिस्ट्रियां पहले से ही हो रही है। उसके बाद रजिस्ट्री खोलने की प्रार्थना करना विभाग को बेवकूफ बनाना है और वहां गंदगी में रह रहे लोगों के साथ एक बहुत बड़ा धोखा है।

अब तक भी कोई कार्रवाई नहीं

उन्होंने कहा कि अंसल एपीआई मालिकों , मैनेजर तेजिंदर पाल सिंह और कुछ प्रॉपर्टी डीलरों द्वारा मिलीभगत करके करोड़ों रुपए की यूड़ी लैंड जिसे बेचा ही नहीं जा सकता उसकी बिना प्लानिंग के ही तहसीलदार द्वारा फर्जी तरीके से रजिस्ट्रियां कर दी गई जिसे लेकर 9 सितंबर 2022 को उपायुक्त पानीपत से इन रजिस्ट्रियों को रद्द करने की मांग को लेकर सैकड़ों लोगों द्वारा लघु सचिवालय में प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया गया था, लेकिन इस करोड़ों रुपए के घोटाले पर अब तक भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि इस मामले में मुख्य कर्ता-धर्ता तेजेंद्र पाल सिंह के जिले के बड़े अधिकारियों से लेकर चंडीगढ़ में कंट्री एंड टाउन प्लानिंग विभाग के उच्च अधिकारियों तक सांठगांठ बना रखी है और कई अधिकारियों को उसके द्वारा बेनामी संपत्ति दी गई है। जिसके चलते यह सब अवैध कार्य यहां पर जोरों पर है।

पानीपत में ईमानदार नेताओं का दोहरा चरित्र देखने को मिलता है

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि तहसीलदारों द्वारा इतने बड़े पैमाने पर अवैध तरीके से रजिस्ट्रियां करना और शिकायत देने के बावजूद भी कार्रवाई ना होना साबित करता है कि उच्च अधिकारियों के बिना यह कार्य संभव नहीं है उन्होंने कहां की हमारे ईमानदार नेताओं को केवल नगर निगम में ही भ्रष्टाचार दिखाई देता है, लेकिन जहां उनके चहेते अधिकारी हैं, वह सब विभाग ईमानदार बन जाते हैं। यह पानीपत में ईमानदार नेताओं का दोहरा चरित्र देखने को मिलता है। उन्होंने शिकायत में अपील करते हुए कहा है कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वर्चस्व को बनाए रखने के लिए और विभाग को गुमराह करने वाले अधिकारियों पर आपराधिक मामला दर्ज करवाने के आदेश के साथ-साथ उन्हें तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाए और जितने भी अवैध रजिस्ट्री की गई है उन्हें रद्द करने के आदेश दिए जाएं।
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