परशुराम जयंती पर राजकीय अवकाश का कैलेंडर जारी : सुरेंद्र शर्मा बड़ौता

0
311
Panipat News/Government holiday calendar released on Parshuram Jayanti: Surendra Sharma Barota
Panipat News/Government holiday calendar released on Parshuram Jayanti: Surendra Sharma Barota
  • ब्राह्मण सभा ने लड्डू बांटकर मनाई खुशी, मुख्यमंत्री, राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा का किया धन्यवाद
  • करनाल में आयोजित भगवान परशुराम महाकुंभ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने की थी राजपत्रित राजकीय अवकाश की घोषणा
आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। भगवान परशुराम महाकुंभ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा की गई घोषणाओं के सरकारी नोटिफिकेशन जारी होने पर ब्राह्मण सभा ने लड्डू बांटकर खुशी मनाई। बुधवार 28 दिसंबर को चीफ सेक्रेटरी संजीव कौशल ने परशुराम जयन्ती पर राजपत्रित अवकाश का कैलेंडर जारी किया है, जबकि 9 दिसंबर 2022 को वर्ष 2023 का सरकारी कैलेंडर जारी हो चुका था, अब दोबारा से 2023 का कैलेंडर जारी किया गया है। ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा बड़ौता ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल का धन्यवाद व्यक्त करते हुए लड्डू बांटकर खुशी का इजहार किया।

गर्व व खुशी है कि ब्राह्मण हित में घोषणाएं हुई

उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व व खुशी है कि ब्राह्मण हित में घोषणाएं हुई, जिससे पूरे प्रदेश का ब्राह्मण समाज प्रफुल्लित होगा। इसके लिए उन्होंने विशेष रूप से राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा, एचएसआईआईडीसी के चीफ कॉर्डिनेटर सुनील शर्मा, भगवान परशुराम महाकुंभ आयोजन समिति के समन्वयक शीशपाल राणा व पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट के उप महाधिवक्ता राहुल मोहन का आभार जताया। नए कैलेंडर के अनुसार अब 22 अप्रैल को परशुराम जयंती, अक्षय तृतीया, ईद ऊल फितर व 24 मई को महर्षि कश्यप जयंती, 23 मई को गुरु अर्जुन देव शहीदी दिवस और 17 दिसंबर को गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस पर राजपत्रित अवकाश किया गया है।
ब्राह्मण समाज को नया भवन बनाने के लिए जल्द जमीन मिलेगी।

नया भवन बनाने के लिए भी जल्द जमीन मिलेगी

सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि करनाल में ब्राह्मण समाज को नया भवन बनाने के लिए भी जल्द जमीन मिलने वाली है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भगवान परशुराम महाकुंभ में पुजारी-पुरोहित कल्याण बोर्ड बनाने व पुजारी, पुरोहित का कुशल वर्कफोर्स के हिसाब से न्यूनतम वेज रेट देने, परशुराम जयंती के अवसर पर राजपत्रित अवकाश, कैथल में मेडिकल कॉलेज का नाम भगवान श्री परशुराम के नाम पर रखा जाना, पहरावर जमीन गौड़ ब्राह्मण कॉलेज को ही देने, इस कॉलेज के लिए वर्ष 2022 से 2055 तक 33 सालों के लिए नए सिरे से लीज करने, जबकि पहले यह लीज वर्ष 2009 से 2042 तक थी की घोषणा की थी। इसके अलावा, पिछले पैसे को माफ करने की भी घोषणा व किसी भी प्रकार के जुर्माना व पैनल्टी के पैसे का भुगतान भी नहीं करना पड़ेगा।

ये घोषणाएं की गई थी

भगवान परशुराम के नाम पर डाक टिकट जारी करना, गौड़ ब्राह्मण आयुर्वेद कॉलेज में 100 बीएमएस सीटें मंजूर व इसके अलावा, 7 विषयों में पांच-पांच यानी एमडी-एमएस कोर्स की कुल 35 सीटों की भी मंजूरी, ईपीबीजी की हाईकोर्ट में पुरजोर पैरवी, 1700 एकड़ निजी जमीन धौलीदारों को देने, पंचायती जमीन यदि मकान बनाने या खेती करने के लिए धौलीदार को दी गई थी, तो इस जमीन के लिए भी कानून में प्रावधान करने, करनाल में फुव्वारा चौक का नाम भाई मती दास-सती दास छिब्बर, पुराने परशुराम चौक का सौंदर्यकरण, परशुराम चौक से गांधी चौक तक के मार्ग का नाम भगवान परशुराम मार्ग, शहर के एक पार्क में भगवान परशुराम की प्रतिमा, करनाल की ब्राह्मण धर्मशालाओं के लिए कुल 31 लाख रुपए, करनाल में भगवान परशुराम सेवा सदन के लिए 2000 वर्ग गज प्लॉट और प्रदेश के अन्य स्थानों पर भी अगर ब्राह्मण संस्थाएं प्लॉट के लिए आवेदन करेंगी तो उन्हें नियमानुसार प्लॉट देने, महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक में आचार्य चाणक्य के नाम पर चेयर स्थापित करके ताकि उनके जीवन व कार्यों पर शोध हो सके घोषणाएं की गई थी।
SHARE