
All-party Delegation On Cross-Border Terrorism, (आज समाज), नई दिल्ली: सीमा पार आतंकवाद और आपरेशन सिंदूर के खिलाफ भारत की निरंतर लड़ाई के संदर्भ में सात सदस्यीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के सदस्यों सहित प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करेगा। इस महीने के अंत में यह दौरा हो सकता है।
सात सदस्यीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में ये शामिल
सात सदस्यीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर, बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद, जेडीयू नेता संजय कुमार झा, बीजेपी के नेता बैजयंत पांडा, डीएमके नेत्री कनिमोझी करुणानिधि, एनसीपी (एसपी) नेता सुप्रिया सुले और शिवसेना नेता श्रीकांत एकनाथ शिंदे शामिल हैं। ये लोग आतंकवाद के खिलाफ शून्य-सहिष्णुता का भारत का कड़ा संदेश यूएनएससी के सदस्यों सहित प्रमुख साझेदार देशों को देंगे।
जल्द प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करेगा प्रतिनिधिमंडल : रिजिजू
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, सबसे महत्वपूर्ण क्षणों में भारत एकजुट है और आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता का हमारा साझा संदेश लेकर सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल जल्द ही प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करेगा। उन्होंने कहा, यह एक राजनीति और मतभेदों से परे राष्ट्रीय एकता का एक शक्तिशाली प्रतिबिंब है। सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भारत की राष्ट्रीय सहमति और दृढ़ दृष्टिकोण को प्रदर्शित करेगा।
23 मई से शुरू होकर दौरा 10 दिन तक चलने की उम्मीद
किरेन रिजिजू ने कहा, सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल सदस्य आतंकवाद के खिलाफ शून्य सहिष्णुता के देश के मजबूत संदेश को दुनिया के सामने ले जाएंगे। विभिन्न दलों के सांसद, प्रमुख राजनीतिक हस्तियां और प्रतिष्ठित राजनयिक प्रत्येक प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे। यह दौरा 23 मई से शुरू होकर 10 दिन तक चलने की उम्मीद है। सांसदों के समूह संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त अरब अमीरात, दक्षिण अफ्रीका और जापान सहित कई प्रमुख विश्व राजधानियों का दौरा कर सकते हैं।
यह पहली बार
यह पहली बार है कि केंद्र सरकार कश्मीर और पाकिस्तान से उत्पन्न सीमा पार आतंकवाद पर भारत का रुख प्रस्तुत करने के लिए कई दलों के सांसदों को नियुक्त करेगी। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू इस अंतर्राष्ट्रीय दौरे के समन्वय प्रयासों का नेतृत्व कर रहे हैं, जो भारत की कूटनीतिक पहुंच में एक महत्वपूर्ण कदम है। भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में 7 मई को आॅपरेशन सिंदूर शुरू किया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। 7 मई को पाकिस्तान और पीओजेके में भारत के सटीक हमलों में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए।
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