यमुनानगर : वन स्टॉप सेंटर बना पीड़ित महिलाओं के लिए सुरक्षा कवच : गिरीश अरोरा

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प्रभजीत सिंह लक्की, यमुनानगर :
जिला यमुनानगर में वन स्टॉप सैन्टर (सखी) 17 सितम्बर वर्ष 2019 से अशोका कालोनी, लालद्वारा के नजदीक चल रहा है, जहां अब तक कुल 360 केस पंजीकृत किए जा चुके है। जिनमे से घरेलू हिंसा से पीड़ित 192 केस, मिसिंग के 72 केस, बाल विवाह सम्बंधित 11 केस साइबर क्राइम से सम्बंधित 10 केस महिला तस्करी के 02 केस दहेज उत्पीड़न के 05 केस यौन शोषण से सम्बंधित 11 केस एवं अन्य श्रेणियों के 55 केस दर्ज किए गए है। उपायुक्त महोदय श्री गिरीश अरोरा जी ने बताया कि वन स्टॉप सैन्टर यमुनानगर महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा सही ढंग से चलाया जा रहा है और पीड़ि़त महिलाओं को घरेलू हिंसा, यौन उत्पीडन, महिला तस्करी, दहेज उत्पीडन, गुमशुदा महिलाओं को कानूनी परामर्श चिकित्सा सुविधा पुलिस सहायता एवं 5 दिन के लिए आश्रय सुविधा देने का प्रावधान हैं उपायुक्त महोदय ने बताया कि पिछले दिनों एक फिलीपीन्स की मूल निवासी महिला जिला यमुनानगर में रह रही थी का केस वन स्टॉप सैन्टर मे आया जो कि परिवार वालो के द्वारा घरेलू हिंसा से पीडित थी और उसके पति की मृत्यु हो चुकी थी। उस महिला के वीजा की वैधता खत्म हो चुकी थी जिस कारण वह अपने गंतव्य स्थान पर जाने में असमर्थ थी, प्रशासन व पुलिस की सहायता से महिला के सम्बंधित दस्तावेजों को पूरा करवाया गया और उपायुक्त महोदय द्वारा 05 दिन की आश्रय सुविधा में विस्तार करते हुए महिला एवं उसके तीन बच्चों को 15 दिन के लिए वन स्टाप सैन्टर यमुनानगर में आश्रय दिया गया । प्रशासन ने महिला के सभी दस्तावेज दिल्ली फिलीपीन्स दूतावास में भेज दिए थे और वहा से स्वीकृति आते ही महिला एवं उसके बच्चों को उसके गंतव्य स्थान फिलीपीन्स भेज दिया जाएगा। कुमारी सीमा प्रसाद, जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग यमुनानगर ने आमजन से अनुरोध किया है कि कोई भी पीड़ि़त महिला, महिला हैल्पलाईन नम्बर 181 तथा वन स्टॉप सैन्टर के दूरभाष नम्बर 01732-261131 पर सम्पर्क कर सकती है या स्वयं वन स्टॉप सैन्टर (सखी) यमुनानगर में आकर सहायता ले सकती है।

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