Two Deaths Due to H3H2 Influenza: एच3एच2 से कर्नाटक व हरियाणा में 2 मौतें

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Two Deaths Due to H3H2 Influenza

आज समाज डिजिटल, नई दिल्ली (Two Deaths Due to H3H2 Influenza): भारत में एच3एच2 इंफ्लूएंजा के कारण इससे संक्रमित दो मरीजों की मौत हो गई है। यह पहली बार है जब इस वायरस से भारत में  मौतें हुई हैं। एक व्यक्ति की मौत हरियाणा के जींद जिले में और दूसरी मौत कर्नाटक में हुई है। जींद जिले में एच3एच2 इंफ्लूएंजा वायरस का शिकार हुआ व्यक्ति 55 साल का बताया गया है।

  • देश में एच3एच2और एच1एन1 संक्रमण पता चला
  • जींद जिले में 55 साल का व्यक्ति हुआ शिकार
  • अब तक देश में सामने आए 90 केस, एच1एन1 के 8  

कर्नाटक के हासन जिले में 82 वर्षीय व्यक्ति की मौत

कर्नाटक के हासन जिले में 82 वर्षीय व्यक्ति एच3एन2 वायरस का शिकार हुआ है। जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने शुक्रवार को दी है। उन्होंने बताया कि हलेज गौड़ा के 82 वर्षीय बेटे हिरे गौड़ा की एच3एन2 वायरस से मौत होने की पुष्टि हुई है। उन्हें 24 फरवरी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था और एक मार्च को उनकी मृत्यु हो गई। परीक्षण के लिए भेजे गए नमूने में पुष्टि हुई कि वह छह मार्च को वायरस से संक्रमित थे।

डायबिटीज और हाइपरटेंशन के रोगी थे हिरे गौड़ा

स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि हिरे गौड़ा डायबिटीज और हाइपरटेंशन के रोगी थे। करीब पांच दिन पहले राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर के सुधाकर ने एच3एन2 वायरस के संक्रमण में अचानक आई तेजी को देखते हुए अधिकारियों के साथ बैठक की थी। के सुधाकर के मुताबिक, केंद्र सरकार ने अपने दिशा-निर्देशों में प्रति सप्ताह 25 टेस्ट का लक्ष्य रखा है और वैरिएंट पर नजर रखने के लिए विभाग विक्टोरिया और वाणी विलासा अस्पतालों में एसएआरआई और आईएलआई के 25 मामलों की जांच कर रहा है। उन्होंने पत्रकारों से कहा था कि संक्रमण 15 साल से कम उम्र के बच्चों और 65 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों में देखा जा सकता है।

गर्भवती महिलाओं के संक्रमित होने की संभावना अधिक

गर्भवती महिलाओं के इस वायरस से संक्रमित होने की संभावना अधिक होती है। के सुधाकर ने कहा कि साफ-सफाई, भीड़-भाड़ से बचाव और हाथों की सफाई जैसे उपायों से संक्रमण के प्रसार से निपटा जा सकता है। ॅहाल ही में एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा था कि कि एच3एच2 वायरस यह कोरोना की तरह ही फैलता है और बचाव के लिए उन्होंने भीड़ में सोशल डिस्टेंसिंग बनाने, मास्क पहनने व अपने हाथों को बार-बार हाथ धोने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा था कि इससे बुजुर्गों और पहले से ही किसी बीमारी से पीड़ित लोगों को ज्यादा परेशानी हो सकती है।

दो या तीन महीनों में कई राज्यों में एच3एच2 इंफ्लूएंजा के मामले

बता दें कि बीते दो या तीन महीनों में भारत के कई राज्यों में एच3एच2 इंफ्लूएंजा के बड़े पैमाने पर मामले सामने आए हैं। यह फ्लू ज्यादातर एच3एच2 वायरस के कारण होता है और इसे ‘हांगकांग फ्लू’ के रूप में भी जाना जाता है। इन्फ्लूएंजा के अन्य प्रकारों की तुलना में यह वायरस लोगों को ज्यादा बार अस्पताल भेजता है।

कोविड जैसे हैं हैं वायरस के लक्षण

भारत में अब तक केवल एच3एच2और एच1एन1 संक्रमण का पता चला है। दोनों में कोविड जैसे लक्षण जैसे बुखार, लगातार खांसी, ठंड लगना, गले में खराश, शरीर में दर्द और मतली आदि होती है। राजधानी दिल्ली समेत भारत के कई हिस्सों में 2 महीने से इन्फ्लूएंजा के मामले बढ़ रहे हैं। कोरोना महामारी के बाद फ्लू के बढ़ते मामलों से लोगों में डर है, क्योंकि इससे जूझ रहे मरीजों में कोरोना जैसे ही लक्षण देखने को मिल रहे हैं। बीते कुछ दिनों में दिल्ली और आसपास के इलाकों से कई ऐसे मरीज अस्पताल पहुंचे हैं, जो 10-12 दिनों से तेज बुखार के साथ खांसी से परेशान हैं।

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