जल्द शुरु होगा गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण, ललितपुर में बनेगा हवाई अड्डा

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अजय त्रिवेदी, लखनऊ

यूपी में बन रहे देश ही नहीं बल्कि दुनिया के सबसे लंबे गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण का काम विधानसभा चुनावों से पहले शुरु कर दिया जाएगा। योगी मंत्रीपरिषद ने गुरुवार को इसके लिए जरुरी मंजूरी दे दी है।
प्रदेश सरकार के फैसले के मुताबिक गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण करने वाली कंपनी का चयन अगले दो महीनों में कर लिया जाएगा।
गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुयी मंत्रिपरिषद की बैठक में गंगा एक्सप्रेस वे की नीलामी प्रक्रिया के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गयी है। प्रदेश सरकार के मंत्री व प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने मंत्रिपरिषद के फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि कुल 12 प्रस्तावों को गुरुवार को मंजूरी दे दी गयी है। उन्होंने कहा कि गंगा एक्सप्रेस वे के निर्माण के लिए नीलामी प्रक्रिया अगले 60 दिनों के भीतर पूरी कर ली जाएगी। मंत्रिपरिषद ने आरएफपी व आरएपक्यू दस्तावेजों को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना की कुल लागत 36230 करोड़ रुपये आंकी गयी है जिसमें से 19700 करोड़ रुपये सिविल कार्यों पर खर्च किए जाएंगे।
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया कि सरकार की इस योजना के लिए 92.20 फीसदी जमीन का अधिग्रहण हो चुका है। सिक्स लेन के इस गंगा एक्सप्रेस-वे पर एयर स्ट्रिप भी बनाया जाएगा। एक्सप्रेस-वे के रास्ते में पड़ने वाली गंगा नदी पर एक किलोमीटर का पुल और रामगंगा पर 720 मीटर का पुल बनाया जाएगा। इस एक्सप्रेस वे के रास्ते में मेरठ, ज्योतिबा फुले नगर, हापुड़, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, फर्रुखाबाद, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज जिले शामिल होंगे।
प्रदेश सरकार ने बुंदेलखंड के ललितपुर में हवाई अड्डा बनाने का भी फैसला किया है। गुरुवार को लिए गए फैसले में मंत्रिपरिषद ने ललितपुर में अंतरर्राष्ट्रीय स्तर के एयरपोर्ट निर्माण के लिए 91.77 हेक्टेयर जमीन खरीदने का भी प्रस्ताव पास किया है। उत्तर प्रदेश सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी जानकारी देते हुए कहा कि मंत्रिपरिषद की गुरुवार को हुयी बैठक में बुंदेलखंड के विकास को लेकर महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है। नन्दी ने कहा मंत्रिपरिषद की बैठक में ललितपुर में एयरपोर्ट बनाने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दी गई, जो बुंदेलखंड के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि ललितपुर जिले में मौजूद हवाई पट्टी को हवाई अड्डे के रूप में विकसित किया जाएगा। ललितपुर में एयरपोर्ट बनने से बुंदेलखंड के पर्यटन एवं औद्योगिक विकास को गति मिलेगी। नागरिक उड्डयन मंत्री ने बताया कि बुंदेलखंड एवं विंध्याचल क्षेत्र में चित्रकूट झांसी और सोनभद्र में पहले से ही एयरपोर्ट का निर्माण कराया जा रहा है
इसके अलावा गुरुवार को ही मंत्रिपरिषद ने प्रदेश के 16 जिलों में मेडिकल कालेजों की स्थापना के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी है। इन जिलों में मेडिकल कालेज निजी-सार्वजनिक सहभागिता (पीपीपी) के आधार पर खोले जाएंगे। इन जिलों के नाम भी तय कर लिए गए हैं। इसके बाद प्रदेश के अधिकांश जिलों में राजकीय मेडिकल कालेजों की स्थापना का काम पूरा हो जाएगा। डिजिटल के लिए

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