Dr. MKK Arya Model School में ‘ मेरा स्कूल, मेरी खूबसूरत दुनिया’ कार्यक्रम का आयोजन

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Dr. MKK Arya Model School

Aaj Samaj (आज समाज),Dr. MKK Arya Model School, पानीपत : डॉ..एमकेके आर्य मॉडल स्कूल पानीपत में मंगलवार को कक्षा एलकेजी ‘बी’ के विद्यार्थियों ने ‘मेरा स्कूल, मेरी खूबसूरत दुनिया ‘ विषय पर विभिन्न क्रियाकलापों द्वारा अपनी -अपनी भूमिका निभाई। इस कार्यक्रम के आयोजन में नेहा भाटिया व हिमांशी ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रार्थना की मधुर गूंज से किया गया। जिसने वातावरण को पवित्र बना दिया। मंच संचालन अध्यापिका नेहा भाटिया  द्वारा किया गया। इसके उपरांत संचित, राइमा, लावण्या, शिवान्या, दृष्टि, सौरिश, मिराया, कियारा, लविथ, ने अपने भाषणों में बताया कि हम सभी के लिए स्कूल वह जगह है जहां पर हम बुनियादी चीजें सीखते हैं। शुरुआत में हम में से बहुत से लोग स्कूल जाना पसंद नहीं करते हैं। लेकिन जैसे ही हम दोस्त बनाते हैं, हम अपने स्कूल को पसंद करने लगते हैं। स्कूल एक ऐसा मंच है जहाँ हम बहुत सारी आधारभूत चीजें सीखते हैं। हालांकि वे जरूरी हैं और वे हमारे पूरे जीवन में हमारी मदद करती हैं। मुझे अपने स्कूल से प्यार है और मुझे यकीन है कि हम सभी को अपने अपने स्कूल से प्यार होता है।

विद्यालय ही हमें सींच कर बड़ा वृक्ष बनाता है और इस दुनिया में रहने योग्य बनाता है

इसके उपरांत जतिन, वैष्णवी, तेजस, समर, राघव, अभिनव, कृष्णा, मोक्ष, ज्यांशु ने अपनी कविताओं की प्रस्तुतियों के माध्यम से बताया कि मेरे विद्यालय जैसा कोई न दूजा, जहाँ होती रोज सरस्वती माँ की पूजा, गुरु हमारे पाठ पढ़ाते नई – नई बातें सिखलाते। ज्ञान का खजाना है, स्कूल कितना सुंदर जैसे फूल। कक्षा के विद्यार्थियों द्वारा विषय से संबंधित सामूहिक नृत्य की सुंदर प्रस्तुति दी गई। अंत में बच्चों द्वारा प्रस्तुत प्रश्नोत्तरी ज्ञानवर्धक रही। विद्यालय के प्रधानाचार्य मधुप परासर, मीरा मारवाह एवं विद्यालय की शैक्षिक सलाहकार मंजू सेतिया ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए संदेश दिया कि स्कूल एक सबसे सर्वश्रेष्ठ मंच में से एक माना जाता है और यह बच्चों का कई तरह से विकास करता है। हमारा विद्यालय ही हमें सींच कर बड़ा वृक्ष बनाता है और इस दुनिया में रहने योग्य बनाता है। अपने जीवन की सबसे महत्वपूर्ण घड़ियां हम अपने विद्यालय में ही बिताते है। बड़े होने पर हम सबसे अधिक विद्यालय में बिताये लम्हों को ही याद करते हैं।

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