साइबर अपराधों के प्रति रहे जागरूक, अपने बैंक खाते संबंधी जानकारी न करें सांझा : डॉ अंशु सिंगला

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Kurukshetra News Be Aware of Cyber Crimes-Dr Anshu Singla
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इशिका ठाकुर, Kurukshetra News: कुरुक्षेत्र पुलिस द्वारा साईबर अपराधो के प्रति आमजन को जागरुक किया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक कुरुक्षेत्र डॉ अंशु सिंगला ने जानकारी देते हुए बताया कि आमजन को साईबर अपराधों के प्रति आमजन को जागरुक करने हेतू पुलिस द्वारा समय समय पर अभियान चलाये जाते हैं ।

आनलाईन साईबर क्राईम को अन्जाम देते है

विस्तार से जानकारी देते हुए डॉ सिंगला ने बताया कि आज इन्टरनेट की दुनिया में हर व्यक्ति कम्पयूटर व मोबाईल से जुडा है। हर किसी की नौकरी या पढाई मोबाईल व कम्पयूटर तकनीकी सशांधनों से जुडी हुई है। आज की इस इन्टरनेट की दुनिया में कुछ लोग आनलाईन साईबर क्राईम को अन्जाम देते है जिससें हमें सावधान व अर्लट रहनें की जरुरत है।

हमें अपने मोबाईल व कम्यूटर सॉफ्टवेयर अपडेट करते रहना चाहिए। जैसे हमें समय समय पर नए कपड़ों की जरुरत होती है ठीक ऐसे ही किसी भी Application या Operating System (मोबाईल / कम्पयूटर) को भी सुचारू रूप से चलने के लिए सॉफ्टवेयर अपडेट की जरुरत होती है।

सॉफ्टवेयर अपडेट से हैकर्स फोन को कोई नुकसान नहीं पंहुचा सकता

सॉफ्टवेयर अपडेट करने से आपके फोन की क्षमता बढ जाती है और एप्लीकेशन की खराबी ठीक हो जाती है इसके साथ ही नये फीचर एड हो जाते हैं और आपके फोन या डिवाईस की सिक्योरिटी बढ जाती है जिससें आपके फोन को हैकर्स हानि नही पहुंचा सकते।

क्योकि अक्सर हैकर्स आपके फोन में malicious software के द्वारा आपके फोन का डाटा चुरा लेते हैं फिर वह उसका गलत इस्तेमाल करतें है इसलिए अपनें मोबाईल फोन, कम्यूटर , कम्पयूटर टैब इत्यादि जो डिवाईस इन्टरनेट पर कार्य करतें है उनको समय समय पर अपडेट रहना चाहिये। अपने फोन में एनी डेस्क एप्प डाउनलोड करने से बचें।

साईबर क्राइम से बचने के लिए जागरुक किया

कुरुक्षेत्र पुलिस द्बारा साईबर अपराधो से बचनें हेतु कम्पयूटर व अन्य डिवाईस को हैकर से बचानें हेतु सोशल मिडिया अकाऊण्ट व बैक अकाऊण्ट को सुरक्षित रखनें बारें आपको समय समय पर जागरुक किया जा रहा है और इस तरह का अभियान आगे भी जारी रहेगा।

अगर आपके साथ किसी भी प्रकार का साईबर अपराध हो जाता है या आप किसी ऑनलाईन ठगी का शिकार हो जाते हैं तो इसकी शिकायत नेशनल साईबर क्राईम पोर्टल https//www.cybercrime.gov.in पर दर्ज करवायें या नजदीक पुलिस चौकी या पुलिस स्टेशन पर अपनी शिकायत दर्ज करवायें ।

बचाव के लिए सुझाव

एटीएम पिन हमेशा स्वयं अंकित करें एवं यह सुनिश्चित करें कि कोई इसे देख नहीं सके, अपने बैंक खाते से सम्बंधित जानकारी किसी को ना दें, एटीएम पिन को हमेशा बदलते रहें एवं ऐसा पिन ना रखे जो आसानी से अनुमान लगाया जा सके, यह सुनिश्चित कर लें कि बैंकिंग लेनदेन से संबंधित विवरण आपको मैसेज के माध्यम से भी प्राप्त हो, नेट बैंकिंग का प्रयोग करते समय सावधानी रखें।

फ्रॉड लिंक से हो सकता है आपको नुकसान

किसी भी तरह के ऑफर और लालच में नहीं आएं। किसी भी लिंक को ओपन न करें। फ्रॉड लिंक के जरिए पूरा मोबाइल हैक किया जा सकता है, जिससे पूरा डाटा आसानी से चोरी हो सकता है। किसी भी अनजान व्यक्ति से फोन पर बात कर उसके बहकावे में न आएं और अच्छी तरह जांच पड़ताल करने के बाद ही किसी भी बैंक खाते में राशि डालें । इसके अलावा मोबाइल पर आए किसी भी लिंक को ओपन न करें।

सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पासवर्ड स्ट्रांग रखें

फेसबुक, ट्विटर और किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर प्रोफाइल आईडी का पासवर्ड काफी स्ट्रांग रखें, सरल पासवर्ड न रखें। सोशल मीडिया पर अगर किसी परिचित का मैसेज आता है और वह आपसे रुपयों की मांग करता है, तो पहले उसे अच्छी तरह से जांच लें या मैसेज करने वाले से फोन पर संपर्क करें। उसके बाद ही किसी भी खाते में राशि ट्रांसफर करें।

बैंक कर्मचारी कभी भी फोन पर बैंक डिटेल्स नहीं मांगते हैं। अगर आपके पास किसी तरह की काल आती है और सामने वाला व्यक्ति अपने आप को बैंक कर्मचारी बताकर आपसे आपकी निजी जानकारी, ओटीपी या केवाईसी करने के बारे में बोलकर आपसे कोई जानकारी मांगता है तो उस व्यक्ति को कोई भी जानकारी देने से बचें। जागरुकता में ही बचाव है।

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