Amavasya Shradh, (आज समाज), नई दिल्ली : सर्व पितृ अमावस्या को उन लोगों का श्राद्ध किया जाता है जिनकी मृत्यु की तिथि आपको मालूम न हो। यदि इस दिन श्राद्ध किया जाये तो सभी भूले – बिसरे पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। आपके जीवन में सुख- समृद्धि आती है। इस दिन श्राद्ध करने से पितृ दोष समाप्त हो जाता है। इस तिथि को सर्व पितृ मोक्ष अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है।
धरती पर स्वयं आते है पितर
यह पितृ पक्ष का सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है ऐसा माना जाता है की इस दिन पितर धरती पर स्वयं आकर अपने वंशज से अन्न-जल ग्रहण करते हैं, इससे पितरों को सद्गति प्राप्त होती है और खुश होकर अपनी नई पीढ़ी को ढेर सारा आशीर्वाद देते है।
पीपल के पेड़ में पितरों का वास
पुराणों के अनुसार पीपल के पेड़ में पितरों का वास होता है। इसलिए सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करके पितरो के लिए प्रेम पूर्वक जो भी भोजन बनाया है उसे पेड़ के नीचे रखें और साथ ही किसी ताम्बे के बर्तन में पानी रखें। उसके बाद पीपल की जड़ में माटी का दिया जलाकर सभी पितरों को याद करते हुए तर्पण दे।
करें तुलसी की पूजा
ऐसा माना जाता की जिस घर में तुलसी के पौधे में रोज जल चढ़ाया जाता है वहां भी पितृ प्रसन्न होते हैं। इसलिए पितृ पक्ष में तुलसी का पौधा अवश्य लगाये। तुलसी की पूजा से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं।
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