Khadi Ashram Panipat : गांधी दर्शन करना चाहते हैं तो पानीपत के गांधी संग्रहालय में आइए

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Khadi Ashram Panipat
भारतीय खादी ग्रामोद्योग संघ उत्तरी क्षेत्र की सचिव एवं खादी आश्रम पानीपत की चेयरपर्सन निर्मल दत्त
Aaj Samaj (आज समाज),Khadi Ashram Panipat,पानीपत: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के महान व्यक्तित्व के बारे में जानना चाहते हैं और चित्रों व पुस्तकों के जरिए गांधी दर्शन करना चाहते हैं तो पानीपत के खादी आश्रम में तैयार हो रहे गांधी संग्रहालय में आइए। खादी आश्रम ट्रस्ट अपने परिसर में गांधी संग्रहालय बना रहा है।

हरियाणा का दूसरा गांधी संग्रहालय

पलवल के बाद यह हरियाणा का दूसरा गांधी संग्रहालय होगा। दिल्ली राजघाट के पास स्थित गांधी स्मृति म्यूजियम से 86 दुर्लभ चित्रों को यहां लाकर सजाया गया है। महात्मा गांधी के बचपन से लेकर उनकी हत्या तक की तस्वीरों को देखने और उसके बारे में दिए गए विवरण पढ़ने से ही गांधी जी के जीवन के बहुत से पहलू के बारे में जानकारी मिल जाती है।

बापू पानीपत दो बार आए

बापू पानीपत दो बार आए। भारतीय खादी ग्रामोद्योग संघ उत्तरी क्षेत्र की सचिव एवं खादी आश्रम पानीपत की चेयरपर्सन निर्मल दत्त ने बताया कि विरासत को बचाए रखने के लिए ही – गांधी म्यूजियम स्थापित करने का – विचार आया। अभी तो गांधी जी के बचपन से लेकर उनकी हत्या तक के घटनाक्रम को चित्रों के जरिए दर्शाया गया है। कस्तूरबा बाई के साथ उनके अलग-अलग समय के चित्र हैं। गुजरात के पोरबंदर स्थित उनका पैतृक घर, राजकोट शहर का किशोर सिंह जी प्राथमिक विद्यालय है यहां से गांधी जी ने प्रारंभिक शिक्षा ली थी, के चित्र भी यहां दर्शाए गए हैं। एक चित्र में गांधी जी अपने भाई लक्ष्मीदास के साथ बैठे हुए हैं। दक्षिण अफ्रीका की यात्रा का वृतांत भी चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया है। उनका बोअर युद्ध के समय का एंबुलेंस कोर के साथ फोटो है। वेजिटेरियन सोसाइटी के साथ भी गांधी जी बैठे हैं, तो रविंद्र नाथ टैगोर, सरदार वल्लभ भाई पटेल, जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस के साथ बातचीत के फोटो भी यहां लगाए गए हैं।

20 से अधिक पुस्तकें रखी गई हैं

संग्रहालय में गांधी- कस्तूरबा के जीवन सहित अन्य पहलुओं को दर्शाती 20 किताबें रखी गई है। विनोबा भावे की भूदान गंगा है तो श्रीराम शर्मा की ये जीते कैसे है पुस्तक है। पावन प्रकाश, मैत्री, गांधी गौरव, इतिहास के महापुरुष, आगे का कदम, धर्म चक्र, बापू के आश्रम, बुनियादी शिक्षा, कस्तूरबा गांधी और संपूर्ण गांधी जैसी पठनीय पुस्तकें शामिल है। गांधी जिन वस्तुओं को इस्तेमाल करते थे, उनकी प्रतिलिपि भी संग्रहालय में संजोई गई है। इनमें चरखा, खड़ाऊ, चप्पल, गीता, मेज, स्टडी टेबल, सूत की पोनी, सूत को लपेटने वाली अटेरन, स्टूल, लालटेन इत्यादि शामिल हैं।
राजस्थान के आर्किटेक्ट तैयार करेंगे संग्रहालय
निर्मल दत्त ने बताया कि राजस्थान के जयपुर शहर के बजाज नगर में गांधी संग्रहालय तो देखकर आए है। म्यूजियम के हाल में पहुंचने के बाद घंटो गांधी को पढ़ने के बावजूद बाहर निकलने का मन नहीं करता। वहां के आर्किटेक्ट ने कुछ कलाकृतियां बनाई हुई है। वैसी कही कलाकृति बनाने के लिए उसी आर्किटेक्ट से बात की गई है।
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