छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा और चिड़चिड़ाहट की आदत कहीं मानसिक बीमारी तो नहीं

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आजकल छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा करने और चिड़चिड़ाने की आदत सामान्य हो गई है। लेकिन हर बार इसे सामान्य मान लेना ठीक नहीं है। ये सब डिप्रेशन की वजह से भी हो सकता है। आंकड़े बताते हैं कि भारत का हर 21वां इंसान डिप्रेशन का शिकार है। यहां जानिए आप डिप्रेशन के लक्षणों के बारे में। आपके आसपास ऐसे कुछ लोग जरूर होंगे जो छोटी-छोटी बातों पर चिल्ला उठते होंगे या उन्हें बहुत तेज गुस्सा आता होगा। इसके अलावा कुछ लोग दिनभर चिड़चिड़ाते रहते हैं। ये दोनों ही चीजें डिप्रेशन का लक्षण हैं। इसलिए ऐसे लोगों से घर के किसी सदस्य को बात करनी चाहिए ताकि उनके इस स्वभाव की वजह को समझकर डिप्रेशन की समस्या को गंभीर होने से रोका जा सके। कुछ लोगों को बहुत ज्यादा थकान महसूस होती है।

कई बार तो वे बगैर कुछ किए ही थक जाते हैं। थकान होने पर भी चिड़चिड़ाहट और गुस्सा बढ़ता है। दरअसल जो लोग हर वक्त नकारात्मक सोचते हैं, उनके दिमाग पर विपरीत असर पड़ता है और वे जल्दी थक जाते हैं। ये स्थिति भी डिप्रेशन का संकेत है। इसे गंभीरता से लें।कभी कभी उदासी या मूड स्विंग्स होना अलग बात है, लेकिन अगर आपके साथ अक्सर ऐसा होता है, या लंबे समय से आप उदासी से घिरे हुए हैं, तो ये आपके डिप्रेशन का एक लक्षण है। ऐसे में आपको अपने मन की बात किसी खास दोस्त या क्लोज व्यक्ति से शेयर करनी चाहिए या विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए। जो व्यक्ति हमेशा निराशावादी बातें करता है, उसे किसी चीज में अच्छाई दिखाई नहीं देती, ऐसा व्यक्ति के भी डिप्रेशन का शिकार होने की प्रबल आशंका होती है। उसे किसी विशेषज्ञ को दिखाना चाहिए। अगर आप किसी काम में फोकस नहीं कर पाते हैं, पास्ट की कोई गलती आपको बार-बार गिल्टी महसूस कराती है, जिसकी वजह से आप खुद को कोसते रहते हैं। मादक पदार्थों को लेना चाहते हैं या आत्मघाती विचार आपके मन में आते हैं। तो आप निश्चित तौर पर डिप्रेशन की ओर बढ़ चुके हैं। आपको हर हाल में किसी विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए।

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