India On Israel Hamas War: भारत ने फलस्तीनियों के लिए भेजी दवाएं, स्लीपिंग बैग, तिरपाल, तंबू और जल शोधन गोलियां

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India On Israel Hamas War
वायु सेना के सी-17 विमान में राहत सामग्री लादते जवान ।

Aaj Samaj (आज समाज), India On Israel Hamas War, नई दिल्ली/यरुशलम: इजरायल और फलस्तीन के कथित आतंकी संगठन हमास के बीच जारी युद्ध के बीच भारत ने दरियादिली दिखाई है। संकट की इस घड़ी में सरकार ने वायु सेना के विमान सी-17 से फलस्तीन के लोगों के लिए चिकित्सा सहायता और अन्य आपदा राहत सामग्री भेजी है। विदेश मंत्रालय के अनुसार वायु सेना का सी-17 विमान लगभग 6.5 टन चिकित्सा सहायता और 32 टन आपदा राहत सामग्री लेकर भारतीय समयानुसार रविवार सुबह आठ बजे हिंडन एयरबेस से मिस्र के लिए रवाना हुआ। मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करके यह जानकारी दी है।

हिंडन एयरबेस से सी-17 मिस्र रवाना : अरिंदम बागची

अरिंदम बागची ने कहा, राहत सामग्री में तरल पदार्थ और दर्द निवारक दवाओं के अलावा टेंट, स्लीपिंग बैग, तिरपाल, बुनियादी स्वच्छता उपयोगिताएं और जल शोधन गोलियां वगैरह शामिल हैं। उन्होंने बताया कि वायु सेना का सी-17 हिंडन एयरबेस से मिस्र के एल-अरिश एयरपोर्ट के लिए रवाना हुआ है। गाजा और मिस्र के बीच मौजूद राफा बॉर्डर क्रॉसिंग के जरिए यह राहत सामग्री फलस्तीनियों के बीच पहुंचाई जाएगी।

गाजा में खाना-पानी, दवाई और जरूरी चीजों की किल्ल्त

बता दें कि जब से हमास के हमलों की जवाबी कार्रवाई कर इजरायल ने गाजा पट्टी पर हमला किया है, तब से वहां का आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। लोगों को वहां खाना-पानी, दवाई और जरूरी चीजों के लिए जूझना पड़ रहा है। पिछले सप्ताह शनिवार को गाजा में राहत सामग्री का पहला ट्रक पहुंचा था, जिसके बाद शनिवार तक वहां करीब 20 ट्रक पहुंच चुके थे। हमास की ओर से यह बात कही गई है कि शनिवार तक मानवीय सहायता लेकर 20 ट्रक गाजा आ चुके हैं।

जो बाइडेन ने की थी  गाजा के लोगों को मदद पहुंचाने की बात

गौरतलब है कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जब इजरायल का दौरा किया था, उस समय उन्होंने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ मुलाकात के दौरान गाजा के लोगों को मदद पहुंचाने की बात कही थी। बाइडेन की अपील के बाद नेतन्याहू कुछ शर्तों के साथ राहत सामग्री भेजने के लिए तैयार हो गए थे। अमेरिका ने मिस्र के राष्ट्रपति से बात करके राफा क्रॉसिंग बॉर्डर खोलने की अपील की थी। संयुक्त राष्ट्र भी देशों से गाजा के लोगों की मदद की अपील कर चुका है।

पीएम मोदी ने भी दिया था मानवीय मदद जारी रखने का आश्वासन

पीएम मोदी ने भी पिछले सप्ताह फलस्तीनी राष्ट्रपति महामहिम महमूद अब्बास से बात करके युद्ध प्रभावित इलाके में इस देश के लोगों के लिए मानवीय सहायता भेजना जारी रखने की बात कही थी। मोदी ने क्षेत्र में आतंकवाद, हिंसा और बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर अब्बास के साथ अपनी गहरी चिंता साझा की थी। बता दें कि हमास ने सात अक्टूबर को गाजा पट्टी से अचानक इजरायल के शहरों में कई हजार रॉकेट दागे थे और उसके बाद इजरायल ने भी जवाबी कार्रवाई की जो युद्ध में तब्दील हो गई है। तब से दोनों पक्षों के बीच भीषण जंग चल रही है।

गाजा पट्टी में करीब 4400 लोगों की मौत

सात अक्टूबर के बाद से हमलों में हमास और इजरायल के लगभग 6000 लोगों की हमलों में मौत हो चुकी है। इजरायल ने हमास को पूरी तरह खत्म करने का निर्णय लिया है और वह लगातार उसके आतंकियों को टारगेट कर बमबाजी और एयरस्ट्राइक कर रहा है। जानकारी के अनुसार इजरायल के हमलों में गाजा पट्टी में 1500 बच्चों समेत 4,385 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं हमास के हमलों में इजरायल के 306 सैनिकों सहित 1400 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। हमास ने इजरायल व अन्य देशों के अब तक 200 से ज्यादा लोगों को बंधक बनाकर रखा है।

पश्चिम एशिया में अतिरिक्त एयर डिफेंस सिस्टम तैनात करेगा अमेरिका

अमेरिका में पश्चिम एशिया में अपने अतिरिक्त एयर डिफेंस सिस्टम भेजने का फैसला किया है। रक्षा मंत्री लॉयड आॅस्टिन ने बताया कि ईरान के साथ बढ़ते तनाव के चलते अमेरिका पश्चिम एशिया में टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (थाड) सिस्टम और पैट्रियट बटालियन भेजेगा ताकि पश्चिम एशिया में अपनी ताकत को बढ़ाया जा सके। आॅस्टिन ने कहा कि इस कदम से क्षेत्र में बढ़ते तनाव से और हिंसा में इजरायल की मदद की जा सकेगी।

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