Income Tax Return 2025 : रिटर्न दाखिल करने के लिए 2 विकल्प , कौनसी कर व्यवस्था प्रणाली सबसे बेहतर आइये जाने

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Income Tax Return 2025 : रिटर्न दाखिल करने के लिए 2 विकल्प , कौनसी कर व्यवस्था प्रणाली सबसे बेहतर आइये जाने
Income Tax Return 2025 : रिटर्न दाखिल करने के लिए 2 विकल्प , कौनसी कर व्यवस्था प्रणाली सबसे बेहतर आइये जाने

Income Tax Return 2025 : वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए आयकर रिटर्न दाखिल करने की प्रकिर्या शुरू हो गयी है। जिसके तहत लाखो करदाता अपनी अपनी रिटर्न भरने वाले है। लेकिन कई करदाता दुविधा में रहते है की रिटर्न के लिए किस प्रणाली को अपनाया जाये पुरानी कर व्यवस्था या नई कर व्यवस्था। इस असमंजस स्थिति में यह जानकारी आपके लिए बेहद फायदेमंद होगी जिससे आपको सही विकल्प चुने में फायदा होगा

पुरानी कर व्यवस्था

पुरानी कर व्यवस्था आपको कई छूट और कटौतियों का लाभ उठाने की अनुमति देती है। जैसे कि कर बचत योजनाओं में निवेश पर कर छूट, बीमा प्रीमियम, होम लोन ब्याज, हाउस रेंट अलाउंस (एचआरए), या यात्रा भत्ता। इससे आपकी कर योग्य आय कम हो जाती है। वहीं, धारा 115BAC के तहत शुरू की गई नई कर प्रणाली में अधिकांश छूट और कटौती नहीं दी गई है। इसलिए, आपको यह तय करना होगा कि आप छूट का लाभ उठाना चाहते हैं या कम कर दरों का।

पुरानी कर प्रणाली के तहत कई तरह की कर छूट 

पुरानी कर प्रणाली आपको कई तरह की कर छूट प्रदान करती है जो आपकी कर योग्य आय को काफी हद तक कम कर सकती है:

  • धारा 80सी: एलआईसी, पीपीएफ, ईपीएफ, ईएलएसएस जैसी योजनाओं में निवेश पर कटौती। यह सबसे लोकप्रिय कर-बचत विकल्पों में से एक है।
  • धारा 80डी: स्वास्थ्य बीमा पर कटौती! अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए कर बचाएँ।
  • धारा 80डीडी: शारीरिक रूप से विकलांग आश्रित परिवार के सदस्य के लिए कटौती।
  • धारा 80जी: धर्मार्थ दान पर कटौती! अच्छे काम करें और कर भी बचाएँ।
  • धारा 10(13ए): यदि आप किराए के घर में रहते हैं और वेतन संरचना में एचआरए शामिल है, तो आपको कर छूट मिलती है।
  • एलटीए (लीव ट्रैवल अलाउंस): भारत के भीतर अपने और परिवार के लिए यात्रा व्यय पर कर छूट। यात्रा के अपने शौक को पूरा करें और कर भी बचाएँ।
  • धारा 80ई: शिक्षा ऋण पर दिए गए पूरे ब्याज पर कर छूट। अधिकतम 8 वर्षों के लिए।

नई कर प्रणाली

नई कर प्रणाली के तहत ₹12 लाख तक की वार्षिक आय पर कोई कर नहीं लगेगा। धारा 87A के तहत ₹12 लाख की सीमा तक कर छूट मिलेगी। वहीं, वेतनभोगी लोगों को ₹75 हजार तक की मानक कटौती का लाभ भी मिलेगा। इस तरह वेतनभोगी वर्ग को अब ₹12.75 लाख तक के वार्षिक वेतन पर कोई कर नहीं देना होगा। इससे अधिक वार्षिक आय पर नए कर स्लैब के अनुसार कर देना होगा। यह उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है जिनकी आय अधिक है और वे अधिक छूट का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं।

नई कर प्रणाली में कुछ विशेष छूट भी उपलब्ध हैं

हालाँकि अधिकांश छूट नई कर प्रणाली में नहीं हैं, फिर भी कुछ विशेष छूट उपलब्ध हैं:

  • धारा 80CCD(2): पेंशन योजना (NPS) में योगदान पर छूट। अपने भविष्य को सुरक्षित करने के साथ-साथ टैक्स भी बचाएँ।
  • धारा 80CCH: पेंशन फंड में योगदान पर छूट।
  • धारा 80JJAA: नए कर्मचारियों की भर्ती से संबंधित छूट।
  • धारा 80CCH: अग्निवीर कॉर्पस फंड में जमा की गई राशि पर पूरी छूट।

आपके लिए कौन सी कर प्रणाली सबसे अच्छी है

आपके लिए कौन सी कर प्रणाली बेहतर है यह आपकी वार्षिक आय, आपकी निवेश आदतों और आप कितनी कर छूट का लाभ उठा सकते हैं, इस पर निर्भर करता है। अगर आप ज़्यादा निवेश करते हैं और कई तरह की कर छूट का लाभ उठाते हैं, तो आपके लिए पुरानी कर प्रणाली ज़्यादा फ़ायदेमंद हो सकती है।

वहीं, अगर आपकी आय ज़्यादा है और आप ज़्यादा निवेश नहीं करते हैं या कई तरह की छूट का लाभ नहीं उठा पाते हैं, तो कम कर दरों के कारण नई कर प्रणाली आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकती है।

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