रक्षा मंत्रालय ने लिया फैसला, उद्देश्य दिल्ली और उसके आसपास के संवेदनशील ठिकानों को बहु-स्तरीय सुरक्षा प्रदान करना है लक्ष्य
Delhi Breaking News (आज समाज), नई दिल्ली : नई दिल्ली न केवल भारत की राजधानी है बल्कि यह शहर सैकड़ों एतिहासिक इमारतों को भी संजोए हुए है। देश के एकता-अखंडता और स्वतंत्रता में इसका बहुत अहम स्थान है लेकिन पिछले कुछ समय से दिल्ली में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की फिराक में दुश्मन देश लगातार कोशिशों में जुटे हुए हैं। पिछले दिनों लाल किले के पास हुआ आतंकी हमला इसका एक बड़ा उदाहरण है।
इसके साथ ही बीते मई-जून में जब भारत और पाकिस्तान की सेनाएं सीमाओं पर एक दूसरे के आमने-सामने डटी थीं तो उस दौरान भी इनपुट मिले थे की पाकिस्तान दिल्ली पर हवाई हमला करने की फिराक में है। इसी को देखते हुए अब रक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) की हवाई सुरक्षा को मजबूत करने के लिए भारत जल्द ही अपना स्वदेशी मल्टीलेयर्ड इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस वेपन सिस्टम (आईएडीडब्ल्यूएस) तैनात करने का फैसला लिय है।
इस तरह काम करेगा आईएडीडब्ल्यूएस
आईएडीडब्ल्यूएस दुश्मन के मिसाइल, ड्रोन और तेज गति से उड़ने वाले लड़ाकू विमानों जैसे सभी हवाई खतरों से दिल्ली को सुरक्षा प्रदान करेगा। वरिष्ठ रक्षा सूत्रों के अनुसार, यह प्रणाली देश में विकसित क्विक रिएक्शन सर्वेस-टु-एयर मिसाइल (क्यूआरएसएएम), वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम (वीएसएचओआरएडीएस) और अन्य उन्नत उपकरणों पर आधारित होगी। आईएडीडब्लयूएस का उद्देश्य दिल्ली और उसके आसपास के संवेदनशील ठिकानों को बहु-स्तरीय सुरक्षा ढाल प्रदान करना है।
भारत पहले अमेरिकी एनएएसएएमएस-प्रणाली को खरीदने की योजना बना चुका था, जिसका उपयोग अमेरिका वॉशिंगटन डीसी और व्हाइट हाउस की सुरक्षा के लिए करता है। दोनों देशों के बीच बातचीत भी शुरू हो गई थी, लेकिन अमेरिकी पक्ष की ओर से बहुत अधिक कीमत मांगे जाने के कारण भारत ने यह सौदा आगे नहीं बढ़ाया। आईएडीडब्लयूएस की जिम्मेदारी भारतीय वायुसेना के पास होगी। डीआरडीओ उत्पादन एजेंसियों के साथ मिलकर जटिल नेटवर्किंग और कमांड-एंड-कंट्रोल सिस्टम तैयार करेगा, जिनकी आवश्यकता एक बहु-स्तरीय एयर डिफेंस संरचना के लिए होती है।
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