स्वास्थ्य विभाग की हठधर्मिता पर गरजीं आशा वर्कर्स

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aasha workers kaithal
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कैथल। (मनोज वर्मा) आशा वर्करों ने आज मांगों के पक्ष में विशाल धरना किया। इसमें काफी संख्या में आशा वर्कर उपस्थित रहीं। इस अवसर पर धरने की अध्यक्षता जिला सहसचिव मेनका ने की। मंच संचालन जय प्रकाश  शास्त्री ने किया। आशा वर्कर की स्थिति दो दो फोन रखने की नहीं है। उनको हैंडल करने की नहीं है और विभाग की ओर से दिए गए फोन में एप डाउनलोड होने के बाद आशा वर्कर की पर्सनल जानकारियां मिस यूज होने का खतरा है, क्योंकि आशा वर्कर सब महिलाएं हैं किसी महिला की ओर से हैंडल किए जा रहे फोन में ऐसी सर्विस लांच करने से कई तरह की दिक्कतें पैदा हो सकती है। इस एप को आशाओं के फोन में डाउनलोड कराना बंद किया जाए।

यदि विभाग चाहता है कि वह फोन वापस ले सकता है, परंतु आज आशा वर्कर इस एप को डाउनलोड नहीं करेंगे। बहुत सारी आशावर्कर के पास आई कार्ड नहीं है, कोविड-19 के दौरान बिना आई कार्ड के सर्वे करने में आशा वर्करों को दिक्कत आ रही है इसलिए आशाओ को आई कार्ड दिए गए । आशाओं को मासक सेनिटाइजर दिए जाए। काफी पीएचसी पर तो सुरक्षा उपकरण मिले ही नहीं है, जहां पर मिले हैं, वह काफी कम है दो या चार सर्जिकल मास्क से पूरा महीना काम करना संभव नहीं है। सर्जिकल मास्क के साथ रीयूजेबल मास्क  दिए जाएं, जिससे कि आशा काम करते समय डबल मास पहन सके। कोविड-19 से मृत्यु हुई आशा वर्कर के परिवारों को बिना किसी देरी के 50 लाख केंद्र सरकार का और 10 लाख हरियाणा सरकार का बीमा दिया जाए। 10,000 जोखिम भत्ता दिया जाए। कोड 19 के लिए दिए जा रही 1000की  राशि का 50 प्रतिशत भी दिया जाए। आशाओं को ग्राम स्तरीय स्थाई कर्मचारी बनाया जाए जब तक पक्का कर्मचारी नहीं बनाया जाता तब तक हरियाणा सरकार का न्यूनतम वेतन दिया जाए और इसे महंगाई भत्ते के साथ जोड़ा जाए।

ईएसआई और पीएफ  की सुविधा भी आशा वर्करों को दी जाए। दसवीं से कम पढ़ी हुई आशा वर्कर और 60 वर्ष की आशाओं को रिटायरमेंट बेनिफिट दिए बिना छटनी बंद की जाए। आशा एप और आशा सर्वेक्षण आठ की ट्रेनिंग बड़ी स्क्रीन पर दी जाए। आशाओं को किसी भी काम के लिए दो या तीन दिन पहले सूचित किया जाए और तुरंत एकदम से किसी भी काम के लिए उपस्थित होने के लिए ना कहा जाए। कई बार आशा अपनी डिलीवरी के साथ एजेंसी के साथ या अपने फिर किसी पर्सनल काम से एरिया से बाहर होती है उन्हें तुरंत उपस्थित होने के लिए कहा जाता है जो कि संभव नहीं है। इस संदर्भ में आशाओं को काफी समस्या आ रही है, क्योंकि तुरंत ना पहुंचने की स्थिति में आशाओं को हटाने की धमकी दी जाती है। अत: हम मांग करते हैं कि हमारी उपरोक्त सभी मांगों को माना जाए। धरने को सुमन सीवन आशा मानस रीना खेडीगुलाम, जीतो और सुमन पांचाल आशा कोल ब्लॉक सचिब प्रकाशो, उषा राजौंद सचिव, रोशनी, प्रवेश, रानी कलायत ने संबोधित किया। सीएमओ  कैथल के माध्यम से मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हरियाणा पंचकूला को अपनी मांगों का मांग पत्र सौंपा। कैथल सीटू  जिला  प्रधान नरेश रोहेड़ा, आउटसोर्सिंग  यूनियन प्रधान मंगत राम ,ने अपना समर्थन दिया।

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