Home Remedies: आजकल के गलत खानपान और खराब जीवनशैली के कारण यूरिक एसिड की समस्या लोगों में तेजी से बढ़ रही है। दरअसल, यूरिक एसिड हमारे शरीर में पाया जाने वाला एक अपशिष्ट पदार्थ है, जो प्यूरीन नामक केमिकल के टूटने से बनता है। आमतौर पर, किडनी इसे फिल्टर करके पेशाब के जरिए शरीर से बाहर निकाल देती है। लेकिन जब शरीर में इसका स्तर काफी बढ़ जाता है, तो यह जोड़ों के आसपास क्रिस्टल के रूप में जमने लगता है। इसकी वजह से जोड़ों में दर्द, सूजन और चलने-फिरने में दिक्कत जैसी समस्याएं होने लगती हैं। ऐसे में, यूरिक एसिड को कंट्रोल करना बहुत जरूरी हो जाता है।
शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल करने के लिए आपको अपने खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। इसके अलावा, कुछ आयुर्वेदिक उपायों की मदद से भी यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है। आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे आयुर्वेदिक उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनसे यूरिक एसिड के स्तर को काफी हद तक कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। तो आइए, आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ रितु चड्ढा से जानते हैं यूरिक एसिड कम करने के आयुर्वेदिक उपायों के बारे में विस्तार से
गिलोय
शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में गिलोय बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं, जो जोड़ों की सूजन और दर्द से राहत दिला सकते हैं। अगर आप हाई यूरिक एसिड से परेशान हैं, तो रोजाना सुबह खाली पेट गिलोय के जूस या काढ़े का सेवन कर सकते हैं।
तुलसी
आयुर्वेद में तुलसी का इस्तेमाल कई बीमारियों का इलाज करने के लिए सदियों से किया जा रहा है। तुलसी की पत्तियों में एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं, जो यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं। साथ ही, हड्डियों से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में प्रभावी हो सकते हैं। इसके लिए आप सुबह खाली पेट 4-5 तुलसी की पत्तियों को चबा सकते हैं या इसकी चाय का सेवन कर सकते हैं।
हल्दी
हाई यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में हल्दी भी फायदेमंद साबित हो सकती है। दरअसल, इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द और सूजन से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। इसके लिए आप रोजाना रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी डालकर पी सकते हैं। इसके अलावा, हल्दी का लेप लगाने से भी जोड़ों के दर्द और सूजन से राहत मिल सकती है।
त्रिफला
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए त्रिफला बहुत ही प्रभावी जड़ी-बूटी है। त्रिफला तीन फलों – हरीतकी, विभीतकी और आंवला का मिश्रण है। इसमें अमीनो एसिड और फ्लेवोनॉइड मौजूद होते हैं, जो यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसके लिए आप रोज सुबह खाली पेट एक चम्मच त्रिफला पाउडर का सेवन एक गिलास गुनगुने पानी के साथ कर सकते हैं। इसके नियमित सेवन से आपको काफी लाभ मिल सकता है।
नीम
नीम औषधीय गुणों से भरपूर होती है। आयुर्वेद में इसका उपयोग कई बीमारियों का इलाज करने के लिए सदियों से किया जा रहा है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं, जो जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। अगर आप यूरिक एसिड के कारण दर्द और सूजन की समस्या परेशान हैं, तो नीम के पत्तों का पेस्ट बनाकर प्रभावित हिस्से पर लगा सकते हैं। इसके अलावा, आप नीम के पत्तों और छाल का काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं। इससे आपको यूरिक एसिड की समस्या से जल्द राहत मिल सकती है।