हथिनी कुंड बैराज से छोड़े गए पानी के कारण यमुना नदी के आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात

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Flood like situation in areas around Yamuna river
इशिका ठाकुर,करनाल:

हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में करीब 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से यमुना नदी के आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालत बने हुए हैं। हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में करीब 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से करनाल के इंद्री कस्बे मे यमुना नदी के आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ आ गई है।

खेतों मे खड़ी हजारों एकड़ फसलें बर्बाद

बाढ़ के पानी से जहां खेतों मे खड़ी हजारों एकड़ फसलें बर्बाद हो रही है। वही ग्रामीण क्षेत्रों में भी बाढ़ का पानी घुस गया है। करनाल के कई दर्जन गांव यमुना नदी में आई बाढ़ से प्रभावित है। बाढ़ के पानी के कारण किसानों की धान, गन्ना सब्जियों व चारा आदि की फसलें खराब हो गई बाढ़ के कारण किसानों की तुड़ी भी पानी में भीग जाने से खराब हो गया है। चंद्रा गांव में तो ग्रामीणों के घरों में पानी घुस गया है और ग्रामीणों की तूड़ी के  ढेर और उपले भी खराब हो गए है। चंद्रा गांव में तो लोगों में बाढ़ को लेकर लोग देशत में है।

प्रशासन पर लापरवाही करने के आरोप

यमुना नदी में आई बाढ़ से बिगड़े हालातों के लिए लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही करने के आरोप भी लगाए हैं। बाढ़ की सूचना के बाद इंद्री के विधायक रामकुमार कश्यप ने अधिकारियों के साथ बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर लोगों को हर संभव मदद दिलवाने का आश्वासन दिया। ग्रामीण ने बताया कि हथिनी कुंड बैराज से तीन लाख  क्यूसेक पानी यमुना नदी में छोड़ दिया जाने से करनाल जिले के इंद्री हल्के के यमुना नदी से लगते गांव में किसानों की फसलें बर्बाद हो रही है, खेतों में खड़ी फसलों में कई कई फुट पानी चल रहा है। बाढ़ के पानी से पक्की खड़ी धान की फसल तबाह हो गई है। इतना ही नहीं बाढ़ के पानी के कारण चारा, सब्जियों, गन्ने व दूसरी फसलें भी खराब हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन के अधिकारी बाढ़ आने की सूचना लोगों को समय पर नहीं देते ना ही प्रशासन द्वारा बाढ़ पीड़ित लोगों की कोई मदद की जाती है। इन लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार बाढ़ से प्रभावित किसानों की फसलों का मुआवजा तक नहीं देती।

तत्काल गिरदावरी करा कर किसानों को मुआवजा दे सरकार

उन्होंने मांग की है कि सरकार बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में तबाह हुई फसलों की तत्काल गिरदावरी करा कर किसानों को मुआवजा दे। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि उन्हें तत्काल राहत प्रदान नहीं की गई तो किसान इस मामले में बड़ा आंदोलन छेड़ने के लिए विवश हो सकते हैं। हरियाणा को यूपी से जोड़ने वाला हरियाणा गंगोह मार्ग पूरी तरीके से बंद हो गया है.  इसे आसपास के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीण भी अपने गांव से दूसरे गांव में जाने के लिए ट्रैक्टर ट्रॉली का सहारा ले रहे हैं ।  क्योंकि पानी के तेज बहाव में कार और दोपहिया वाहन नहीं चल रहा। पुलिस की डायल 112 की टीम मौके पर प्रशासन की तरफ से तैनात कर दी गई है ।   पुलिस ने कहा है कि गानों को इस तरीके से ट्रैक्टर ट्रॉली पर भी सफर नहीं करना चाहिए कोई भी हादसा हो सकता है।

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