(Fatehabad News) फतेहाबाद। खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय, फतेहाबाद में उपमंडलाधीश डॉ. जयवीर यादव की अध्यक्षता में फसल अवशेष प्रबंधन स्कीम के अंतर्गत खंड फतेहाबाद के सरपंचों व ग्राम सचिव की बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक के दौरान सभी सरपंचों को धान की पराली से आमजन को होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दी गई। एसडीएम ने कहा कि धान की पराली से उत्पन्न होने वाले धुएं से कार्बन के अधजले कणों से फेफड़े एवं अन्य बीमारियां पैदा जाती है। जिला प्रशासन द्वारा धान की पराली में आगजनी को प्रतिबंदित किया गया है, जिसमें जुर्माना एवं कानूनी कार्रवाई का प्रावधान है।
उप मंडल कृषि अधिकारी डॉ. भीम सिंह ने बताया कि फसल अवशेष प्रबंधन स्कीम के तहत किसानों को अवशेषों का प्रबंधन करना चाहिए। इसके लिए वे सीएससी सेंटर से मशीनें ले सकते हैं।
उन्होंने कहा कि धान की पराली को खेत में जलाने से खेत में उपस्थित लाभकारी बैक्टिरिया एवं केंचुआ नष्ट हो जाते हैं, जिससे भूमि की उपजाऊ शक्ति खत्म हो जाती है। सरपंचों, ग्राम स्तरीय कमेटी द्वारा मंदिर, गुरुद्वारों व चौकीदार के माध्यम से प्रतिदिन मुनादी करवाई जा रही है। इस अवसर पर बीडीपीओ अनिल कुमार, डॉ. जय कुमार भौरिया ने भी किसानों को धान की पराली न जलाने बारे जागरूक किया।
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