मुंडिया खेड़ा में किसान जागरूकता अभियान आयोजित

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Farmers awareness campaign organized in Mundia Kheda

नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:

  • किसान जागरूकता अभियान में लगभग 100 किसानों ने लिया भाग

आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में जिला उद्यान विभाग की ओर से मेरी फसल मेरा ब्यौरा, भावांतर भरपाई योजना, मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना एवं अन्य विभागीय योजनाओं की विस्तारित जानकारी देने के लिए आज गांव मुंडिया खेड़ा में किसान जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। इसमें आसपास के गांव से लगभग 100 किसानों ने भाग लिया।
जिला उद्यान अधिकारी डा. प्रेम कुमार यादव ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उदेश्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभाग की सभी योजनाओं के बारे में किसानों को तकनीकी जानकारी देना है ताकि किसान ज्यादा से ज्यादा विभागीय योजनाओं का लाभ ले सके। उन्होंने बताया कि बागवानी से संबंधित किसी भी योजना का लाभ लेने के लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल फसल डॉट हरियाणा डॉट जीओवी डॉट इन पर पंजीकरण करवाना अनिवार्य है।

भावांतर भरपाई योजना

इस योजना के लिए 21 बागवानी फसलें कवर की गई हैं। सब्जियों में टमाटर, प्याज, आलू, फूल गोभी, मटर, गाजर, भिंडी, घीया, करेला, बैंगन, हरी मिर्च, शिमला मिर्च, पता गोभी व मूली वहीं फलों की फसलों में आम, किन्नू, बेर, लिचि व अमरूद सहित मसालों में हल्दी व लहसुन की फसलों को योजना के तहत सूचीबद्घ किया गया है। इसके लिए बीबीवाई डॉट एचओआरटीहरियाणा डॉट जीओवी डॉट इन पर बागवानी फसलों का पंजीकरण करा सकते हैं। ये मेरी फसल मेरा ब्यौरा के साथ लिंक है। भावांतर भरपाई योजना में संरक्षित मूल्य का जो अंतर रहता है उसका सरकार द्वारा भरपाई किया जाता है। इसके लिए जे-फार्म लेना अनिवार्य है।

मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना

बागवानी फसलों में होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए प्रदेश सरकार की ओर से बागवानी बीमा योजना चलाई जा रही है। यह योजना किसानों को सब्जियों, फलों व मसालों को प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले जोखिम से मुक्त कर फसल लागत की भरपाई करने में कारगर साबित होगी। बागवानी किसानों को विभिन्न कारणों से भारी वित्तिय नुकसान उठाना पड़ता है। फसलों में ओलावृष्टि, पाला, बाढ़, बादल फटना, आंधी तुफान जैसी आपदाओं से उन्हे नुकसान उठाना पड़ता है लेकिन अब इस योजना के तहत सब्जियों फल और मसाले की फसलों को सुरक्षा कवर उपलब्ध करवाया जा रहा है। जिला के किसानों के लिए इस योजना के तहत फलों की खेती पर 40 हजार रूपए प्रति एकड़, सब्जियों व मसालों पर 30 हजार रूपए प्रति एकड़ का बीमा किया जाएगा। इसके लिए किसान को फलों की खेती पर एक हजार प्रति एकड़ एवं सब्जियों व मसालों पर 750 रूपए प्रति एकड़ का प्रीमियम भुगतान करना होगा। इस योजना का लाभ लेने के लिए एमबीबीवाई डॉट एचओआरटीहरियाणा डॉट जीओवी डॉट इन पर बागवानी फसलों का पंजीकरण करा सकतें है। इस योजना के तहत सब्जियों में टमाटर, प्याज, आलू, फूल गोभी, मटर गाजर, भिंडी घीया, करेला, बैंगन, हरी मिर्च, शिमला मिर्च, पता गोभी व मूली वहीं फलों की फसलों में आम, किन्नू, बेर, लिचि व अमरूद सहित मसालों में हल्दी व लहसुन की फसलों को योजना के तहत सूचीबद्घ किया गया है। इस योजना के तहत बीमा दावे का निपटारा करने के लिए सर्वे किया जाएगा। इसके तहत फसल नुकसान को 26 से 50 प्रतिशत, 50 से 75 प्रतिशत और 75 से 100 प्रतिशत में आंका जाएगा।

इस मौके पर अटेली उद्यान विकास अधिकारी डा. राहुल ने विभागीय योजनाओं के बारें में विस्तारपूर्वक बताया। ”पहले आओ पहले पाओ” के आधार पर बागवानी विभाग की सभी योजनाओं के लिए एचओआरटीनेट डॉट जीओवी डॉट इन पर अपना पंजीकरण करवाकर योजनाओं का लाभ ले सकते हैं। बागवानी फसलों का क्षेत्रफल बढ़ाने के लिए एवं विभागीय योजनाओं का लाभ लेने के लिए पूर्ण जानकारी दी। अधिक जानकारी के लिए किसी भी कार्य दिवस में ब्लॉक स्तर पर उद्यान विकास अधिकारी कार्यालय में सम्पर्क कर सकते हैं।

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