Principal Pratima Sharma : लक्ष्य बहुत ऊंचा था और चुनौतियां बहुत बड़ी, परंतु हौसला उससे भी बड़ा था : प्रतिमा शर्मा 

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Principal Pratima Sharma
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  • प्रिंसिपल प्रतिमा शर्मा ने कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करते हुए आज राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल को दी एक नई पहचान
Aaj Samaj (आज समाज),Principal Pratima Sharma,पानीपत : वर्तमान दौर में नेतृत्व की स्थिति में महिलाएं इसलिए पहुंचीं क्योंकि उनमें मौखिक दुर्व्यवहार, महिला वर्गीकरण और अन्य सीमित परिस्थितियों से परे आगे बढ़ने की आंतरिक शक्ति और दृढ़ संकल्प है। आज वो अनिश्चितता पर जोखिम उठाती हैं और असफल होने पर खुद को उठाती हैं और आगे बढ़ती हैं। वे जिस चीज में विश्वास करती हैं, उसके लिए हमेशा खड़े रहने की इच्छाशक्ति रखती हैं, चाहे कोई भी बाधा उनके रास्ते में क्यों न आए। सफल महिला बाधाओं और असफलताओं से पीछे हटने के बजाय उनका सामना करती हैं और अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए अनिश्चितता के बावजूद डटी रहती हैं। ऐसा ही एक प्रेरणादाई अनुभव है जीटी रोड स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल की प्रिंसिपल प्रतिमा शर्मा का। प्रिंसिपल प्रतिमा शर्मा के अनुसार कोविड-19 महामारी ने हमें कुछ सिखाया है, तो वह यह है कि हम सभी को अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन दोनों में लचीला होना चाहिए। सफल महिला लचीलेपन को अपनाती हैं। कोविड दौरान ही प्रिंसिपल प्रतिमा शर्मा ने भी कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करते हुए आज राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल को एक नई पहचान दी है।
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लक्ष्य बहुत ऊंचा था और चुनौतियां बहुत बड़ी

प्रिंसिपल प्रतिमा शर्मा ने बताया कि ईश्वर की महती अनुकम्पा से राष्ट्र निर्माण, समाज निर्माण, व्यक्ति निर्माण के पवित्र एवं आधारभूत कार्य (शिक्षा) में महत्वपूर्ण उत्तरदायित्व निभाने का अवसर प्राप्त हुआ। राष्ट्र की भावी पीढ़ियों के शारीरिक, मानसिक, भावात्मक एवं आध्यात्मिक विकास के लक्ष्य को समक्ष रखते हुए राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल जीटी रोड पानीपत को उन्नति के श्रेष्ठतम् स्तर तक पहुंचाने हेतु उन्होंने 9 मार्च 2021 को राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल जीटी रोड पानीपत का कार्यभार ग्रहण किया। कार्य भार ग्रहण उपरांत उनके सामने अनेक चुनौतियां जैसे विद्यालय भवन की जर्जर और खस्ता हालात, इंफ्रास्ट्रक्चर का अभाव, कोविड के कारण बच्चों में पढ़ाई के प्रति अरुचि छात्र और छात्राओं के टॉयलेट्स की कमी तथा स्वच्छ आर ओ पानी की अनुपलब्धता। लक्ष्य बहुत ऊंचा था और चुनौतियां बहुत बड़ी, परंतु हौसला उससे भी बड़ा था। प्रत्येक समस्या के विभिन्न पहलुओं को जानकर, समझ कर, उचित रणनीति एवं योजनाबद्ध तरीके से इनका समाधान किया गया।

विद्यालय भवन को कंडम घोषित करवाकर उसकी निलामी करवाई

प्रिंसिपल प्रतिमा शर्मा ने बताया कि सबसे पहले विद्यालय भवन को कंडम घोषित करवाकर उसकी निलामी करवाई। नए विद्यालय भवन का नक्शा स्थानीय विधायक प्रमोद विज के सहयोग से तैयार करवाया गया। विधायक के अभूतपूर्व सहयोग से नए विद्यालय भवन के लिए हरियाणा सरकार से बजट अनुमोदित करवाया। परिणाम ये रहा विद्यालय के नये भवन का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। आशा है नये सत्र में इस नए भवन में कक्षाओं का शुभारंभ हो जायेगा।

विद्यालय सामान का स्थानांतरण 

प्रिंसिपल प्रतिमा शर्मा ने बताया पुराना विद्यालय भवन टूटने के पश्चात विद्यालय सामान को स्थानांतरित करना मेरे सामने बड़ी चुनौती थी। इसमे मुख्य समस्या लैब्स को शिफ्ट करने की थी, जिसमें साइंस म्यूजियम, बायो लैब, केमिस्ट्री लैब, फिजिक्स लैब शामिल है। इनको योजनाबद्ध तरीके से विद्यालय भवन के बरामदों को कमरे का रूप देकर लैब्स को शिफ्ट किया गया। इसके साथ-साथ लाइब्रेरी के लिए भी बरामदे को कमरे का रूप देकर लाइब्रेरी बनाई गई। बचे हुए अन्य बरामदों में अलमारियां बनाकर विद्यालय का रिकॉर्ड सुरक्षित रखा गया। इसी प्रकार प्रिंसिपल रूम, क्लर्क रूम को एक कमरे का विभाजन करके शिफ्ट किया गया। कुछ बड़े कमरों का विभाजन करके स्मार्ट रूम्स तथा कक्षा कक्ष बनाए गए।

शिक्षकों का अभाव 

प्रिंसिपल प्रतिमा शर्मा ने बताया कि विद्यालय से काफी मात्रा में प्रधानाचार्य पद पर ट्रांसफर हो गया। तथा कुछ पीजीटी और टीजीटी का विद्यालय से स्थानांतरण हो गया। जिससे विद्यालय में बच्चों को पढ़ाने का संकट खड़ा हो गया। मैंने अपने निजी प्रयासों के द्वारा समाज से सहयोग लेकर अध्यापकों का प्रबंधन किया। जिसमे सभी बाहरी अध्यापकों ने अपनी सेवाएं निशुल्क प्रदान की। ये छात्र हित के लिए बहुत बड़ा कार्य था।

छात्र और छात्राओं की संख्या में वृद्धि 

प्रिंसिपल प्रतिमा शर्मा ने उपलब्ध कार्यरत स्टाफ सदस्यों की दाखिला बारे बार-बार मीटिंग लेकर उनको प्रेरित किया गया। परिणाम ये रहा कि बच्चों का दाखिला अप्रत्याशित रूप से बढ़ा। छात्र संख्या में मॉडल संस्कृति स्कूलों में यह विद्यालय अव्वल हैं।

इंफ्रास्ट्रक्चर का प्रबंधन

छात्र एवं छात्राओं के लिए टॉयलेट्स का अभाव था। एसएसए जेई से एस्टीमेट बनवाकर विभाग से ग्रांट की मांग की गई। ग्रांट की प्राप्ति के बाद छात्र और छात्राओं के लिए अलग-अलग टॉयलेट्स का निर्माण करवाया गया। समस्याओं का निराकरण करके विद्यालय भवन के अभाव में शिफ्ट व्यवस्था करके विद्यालय को चला रहे है। ढेर सारी चुनौतियों और समस्याओं के बावजूद हमारी खंड, जिला, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर हमारे विद्यालय की उपलब्धियां रही है।

विद्यालय की उपलब्धियां 

कल्चरल फेस्ट में उपलब्धि – वर्ष 2021 2022 2023 हमारे विद्यालय ने खंड स्तर, जिला स्तर पर विभिन्न इवेंट्स में प्रथम स्थान प्राप्त किया तथा राज्य स्तर पर प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान रहा।
कला उत्सव – वर्ष 2021 2022 2023 में खंड स्तर, जिला स्तर पर विभिन्न इवेंट्स में अव्वल रहे हैं। कला उत्सव में प्रत्येक वर्ष राज्य स्तर पर  प्रथम, द्वितीय और तृतीय रहा है। विद्यालय की छात्रा कला उत्सव में राष्ट्रीय स्तर प्रतिभागी रही है।
लीगल लिटरेसी में उपलब्धियां : वर्ष 2021 2022 2023 में खंड स्तर, जिला स्तर पर विभिन्न इवेंट्स में प्रथम एवं द्वितीय स्थान रहा। खंड स्तर पर हमारे विद्यालय ने अनेक इवेंट्स में प्रथम स्थान प्राप्त किया। सत्र 2022-2023 में राज्य स्तर पर हमारा विद्यालय प्रथम रहा।
स्पोर्ट्स – पीटीआई/डीपीई न होने के बावजूद भी विद्यालय के बच्चों ने खेल संबंधी गतिविधियों में राज्य और राष्ट्रीय पर उपलब्धियां हासिल की।
साइंस एक्टिविटी में उपलब्धियां – साइंस सेमिनार, साइंस क्विज में विद्यालय ने खंड स्तर से लेकर राज्य स्तर तक उच्च स्तर प्राप्त किया है। वर्ष 2023 में साइंस कॉन्क्लेव का आयोजन आईबी कॉलेज द्वारा आयोजित किया गया। जिसमें निजी एवं सरकारी विद्यालयों एवं महाविद्यालयों ने भाग लिया। इसके अंतर्गत विद्यालय में तीन इवेंट्स में टॉप पोजीशन प्राप्त की, जो हम सबके लिए गौरव का विषय है। वर्ल्ड टूरिज्म डे का आयोजन आर्य कॉलेज द्वारा किया गया, इसमें हमारे विद्यालय ने प्रथम स्थान हासिल किया।
 
शैक्षिक उपलब्धियां
 प्रिंसिपल प्रतिमा शर्मा ने बताया कि विद्यालय ने 2021- 2022, 2022- 2023 में बोर्ड की परीक्षाओं मे बहुत संख्या में मेरिट प्राप्त की है, जो कि सरकारी स्कूलों में सबसे ज्यादा है जेईई मेन्स, नीट हमारे विद्यालय के बच्चों ने अच्छे अंकों से परीक्षा पास की। परिणामस्वरूप विद्यालय के बच्चे अच्छे विश्वविद्यालयों में इंजीनियरिंग, मेडिकल और सीए आदि की शिक्षा ग्रहण करके अपने उज्ज्वल भविष्य का निर्माण कर रहे है। परिणाम स्वरूप यह विद्यालय जिले में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। समाज से डोनेशन प्राप्त करके 10 केवी का सोलर पैनल लगाया, जिसकी कीमत में लगभग 8 लाख रुपए है। जिससे विद्यालय में 24 घंटे पावर बैकअप रहता है। बच्चों को साफ स्वच्छ पीने का पानी उपलब्ध करवाने के लिए दो आरओ, तीन वाटर कूलर समाज से दान लेकर विद्यालय में लगाए, जिनकी कीमत लगभग ढाई लाख है। सुबह प्रार्थना सभा हेतु करीब 70 हजार की कीमत का म्यूजिक सिस्टम लगाया गया है।
हरियाणा सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट को साकार कर रहा है यह विद्यालय
प्रिंसिपल प्रतिमा शर्मा ने कहा कि यह विद्यालय मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर हरियाणा सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट को साकार कर रहा है। भविष्य में लगभग 4000 बच्चों को दाखिल करने का लक्ष्य रखा गया है। सभी कक्षाएं डिजिटल बोर्ड के माध्यम से लगाई जाएगी। इसके साथ-साथ सर्वागीण विकास करने पर और अधिक जोर दिया जाएगा। सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन – बालिकाओं को सर्वाइकल कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचाने के लिए विद्यालय द्वारा सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन कैंप का आयोजन करवाया गया, जिसमें लगभग 40 बालिकाओं को  वैक्सीन लगाई गई। इसकी कीमत लगभग 4 लाख रुपए है, परंतु यह निशुल्क लगवाई गई। आगे भी विद्यालय की सभी बालिकाओं को निशुल्क वैक्सीन लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यदि सकारात्मक सोच, दृढ़ संकल्प एवं इच्छा शक्ति हो तो असंभव से असंभव काम भी संभव बनाया जा सकता है।
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