Eye Donation : जगदीश दुआ खुद भी रोशन रहे और दूसरों को भी रोशनी दे गए

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Eye Donation
जगदीश दुआ
Aaj Samaj (आज समाज),Eye Donation,पानीपत : सनौली रोड पानीपत के रहने वाले 65 वर्षीय जगदीश दुआ समाज की सेवा करते रहे और मृत्यु उपरांत दूसरों को भी रोशनी दे गए। उनके पुत्र डॉक्टर भारत दुआ ने और बेटियां अपने पापा को तो नहीं बचा पाए, लेकिन उनकी आंखों को बचा लिया। उनकी आंखें सिविल अस्पताल के डॉक्टर केतन भारद्वाज, डॉक्टर रामहेर वत्स ने नेत्रदान लेकर पीजीआई रोहतक को दान में दी गई। नेत्रदान करवाने का सहयोग जन सेवा दल के सेवादार चमन गुलाटी, किशन मनचंदा, कमल गुलाटी के सहयोग से यह कार्य हुआ, जिससे दो लोगों को रोशनी मिलेगी और नई जिंदगी मिलेगी नेत्रदान को जीवन दान भी माना गया है। जन सेवा दल के समाजसेवी 24 घंटे समाज सेवा में जुड़े रहते हैं। जीते जी अपने अंग डोनेशन बॉडी डोनेशन आई डोनेशन फॉर्म भर कर देना चाहे तो उसके लिए फॉर्म भर सकते हैं। समाज की ओर से आपको प्रार्थना की जा रही है कि आप नेत्रदान जरूर करें। इसके बाकी कार्य में जन सेवा दल की पूरी टीम आप सभी के सहयोग से सेवा करती है। जन सेवा दल से चमन गुलाटी का कहना है किसी भी आयु, लिंग, धर्म का व्यक्ति नेत्रदान कर सकता है। मरणोपरांत सिविल अस्पताल की टीम घर पहुंचकर नेत्रदान करती है। नेत्रदान की एवज में किसी प्रकार का भुगतान नहीं किया जाता।
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