मांग: सीएम साहब! एलिवेटिड फ्लाईओवर समस्या पर गौर फरमाओ Elevated Flyover

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Elevated Flyover

मांग: सीएम साहब! एलिवेटिड फ्लाईओवर समस्या पर गौर फरमाओ Elevated Flyover

प्रवीण वालिया, करनाल :

Elevated Flyover करनाल में स्मार्ट सिटी द्वारा लगभग 200 करोड़ की लागत से एलीवेटिड फ्लाई ओवर बनाया जा रहा हैं। प्रशासन और स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने इसको लेकर व्यापारियों से अभी तक कोई राय नहीं ली है। इस के निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री के प्रति शहर के कारोबारियों में रोष व्याप्त हो रहा है।

इन व्यापारी संगठनों ने उठाई मांग Elevated Flyover

कर्ण मार्केट एसोसिएशन, करनाल व्यापार मंडल, कर्ण गेट मार्कीट एसोसिएशन, सरार्फा बाजार एसोसिएशन रेलवे रोड व्यापारी एसोसिएशन, जीटी रोड मर्कीट एसोसिएशन, नेहरू पैलेस एसोसिएशन, नेताजी सुभाष चंद्र बोस मार्कीट एसोसिएशन सहित दो दर्जन से अधिक व्यापारी संगठन इस फ्लाई ओवर के खिलाफ लिख कर दे चुके हैं।

200 करोड़ की लागत से बनना है तय Elevated Flyover

स्मार्ट सिटी की ओर से सेक्टर 14 हरियाणा नर्सिंग होम से लेकर सन्त निरंकारी भवन तक एक फ्लाई ओवर 200 करोड़ की लागत से बनाना तय किया है। ( Elevated Flyover) यह फ्लाई ओवर शहर में ट्रैफिक जाम की स्थिति से निपटने के लिए बनाया जा रहा है। पिछले 10 वर्षो में शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर कई प्रयोग किये गए लेकिन जाम की व्यवस्था बनी रही। सब्जी मंडी के बाहर शिफ्ट होने से ओर इस व्यस्ततम बाजार के चारो ओर चार पार्किंग बनाये जाने से काफी स्थिति में सुधार आया है।

हजारों दुकानदार हो रहे प्रभावित

बाईपास से हैवी ट्रैफिक बाहर निकल जाता है। यदि सब्जी मंडी पुलिस बूथ से कमेटी चौक तक के एरिया में बहुत चौड़ी सड़क पर सर्विस लाइन बना दी जाए तो बीच से ट्रैफिक सुगमता से निकल सकता है। प्रशासनन थोड़ा अतिक्रमण दूर करे जिसमे व्यापारी भी साथ देने को तैयार है। रेलवे रोड बिक्रम मार्ग के बाहर से लेकर हरियाणा नर्सिंग होम तक बनाए जाने वाले फ्लाई ओवर की योजना से हजारों दुकानदारों का कारोबार प्रभावित होगा।

चौक के पार जाने वाले 100 से भी कम

उन्होंने कहा कि इस फ्लाई ओवर की जरूरत नहीं है क्योंकि स्टेशन से लेकर कमेटी चौक तक के लोग या तो कर्ण गेट तक जाते हैं या फिर आउटन पेरिफेरल रोड से निकल जाते हैं। सेक्टर या सेक्टर छह चौक के पार जाने वालों की संख्या 100 से कम ही रहती हैं वो भी सुबह और रात को रहती है। लोग यहां ख?ीददारी करने ही आते है। करनाल के भीतर पुराने शहर या फिर हांसी चौक या फिर भारतीय डेयरी के पास से बाहर के बाहन आते हैं।

यहां सिर्फ अतिक्रमण हटाने की जरूरत

यहां पर फ्लाई ओवर की जरूरत नहीं हैं। बल्कि यहां अच्छी पार्किंग बनाने, एलिवेटर बनाने,सड़क पार करने के लिये ऊपरगामी पुल बनाने के साथ अतिक्रमण हटाने की जरूरत है। फ्लाई ओवर के बनने से रेलवे रोड, कमेटी चौक, पुराना जीटी राड, कुंज पुरा रोड, सब्जी मंडी चौक, कर्ण गेट मार्कीट, नावल्टी रोड, सराफा बाजार, नेहरू पैलेस क्षेत्र के हजारों छोटे बड़े दुकानदारों का व्यापार प्रभावित तो होगा परन्तु शहर की शोभा तो समाप्त ही हो जाएगी ।

क्या कहते हैं प्रधान

कर्ण गेट मार्कीट एसोसिएशन के सीनियर प्रधान श्याम कपूर ने बताया कि पहले ही करनाल और देश के लोगों का व्यापार कोरोना के कारण प्रभावित हुआ। अब कुछ चलने की आशा बंधी है। वह फ्लाई ओवर की भेंट चढ़ जाएगा। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में स्कूल कालेज अधिक है। यहां पर किताबों के साथ फर्नीचर की दुकानें हैं। यदि फलाई ओवर का निर्माण होता है तो यहां पर निर्माण सामग्री सरिया सीमेंट रेत जमा होने से इस क्षेत्र में आने वाले लोग दुकानदार दो से तीन साल तक तक प्रभावित रहेंगे। जहां पर साठ फुट से कम रोड है वहां अंधेरा हो जायेगा।दुकानदारों को वेंटीलेशन नहीं मिलेगा। जबकि अभी इसकी कोई जरूरत नहीं है। इससे निरंकारी चौक के साथ हांसी चौक के आस पास , सदर बाजार के साथ कई बड़े एरिया प्रभावित होंंगे। करनाल में मुख्य समस्या बाहर से आने वाली हजारों बहनों की है,जो पेरीफेरी मार्ग से दूर हो जायेगी। असन्ध, हांसी देहली, चंडीगढ़ से आने वाले वाहन बाहर से ही निकल जाएंगे जिसके लिये मुख्यमंत्री ने पेरिफेरल रोड बनने की अनुमती देकर समस्या खत्म कर दी है।

फ्लाई ओवर बनने से ध्वनि प्रदूषण बढ़ेगा:

फ्लाई ओवर बनने से ध्वनि प्रदूषण के साथ वाहनो से होने वाला प्रदूषण बढेगा। शहर को अतिक्रमण से मुक्त कराने के साथ पार्किंग और सड़क पार करने के लिये एक्सीलेटर की जरूरत है। यदि शहर में जाम लगने की बात की जाए तो भगवान वाल्मीकि चौक तथा उसके आसपास के 100 मीटर एरिया में ही जाम लगता है। ( Elevated Flyover) शहर में इस समस्या को पार्किंग और ट्रैफिक का बेहतर प्रबंधन करने से होगा। इस समय दुकानों के आगे अतिक्रमण, अवैध पार्किंग, सड़क पर खड़े होने वाले रेहड़ी वाले अवैध रूप से खडे होने वाले तिपहिया वाहनो को हटाने की जरूरत है। वाहनो के साथ सड़क पर अतिक्रमण और वाहनो के अनाधिकृत खड़े होने से लगता है। इसका निदान फ्लाई ओवर से नहीँ होगा। रेहड़ी फडी वालो के लिये वेंडिंग जोन, थ्री व्हीलर के लिये अलग से जोन विकसित किये जा सकते है।

क्या कहते हैं अधिकारी : स्मार्ट सिटी के जीएम रमेश मढ़ान से जब बात की तो उन्होंने कहा कि हम व्यापारियों के साथ खुली चर्चा के लिए तैयार हैं। व्यापारियों की शंका निर्मूल हैं। एलीवेटिड फ्लाई ओवर समय की मांग हैं।

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