Repo rate remains at 4 percent, no change in monetary policy: रेपो रेट में 4 प्रतिशत पर बरकरार, नहीं हुआ कोईबदलाव-मौदिक नीति

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नई दिल्ली। रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया मौद्रिक नीति समिति बैठक मेंकिसी प्रकार का रेपो रेट में बदलाव नहीं किया गया। समिति की यह तीन दिवसीय बैठक तीन फरवरी को शुरू हुई थी। इसमेंरेपो रेट 4 फीसदी ही है। जबकि रिवर्स रेपो रेट को भी 3.35% पर ही रखा गया है। साथ ही आरबीआईऔर बैंक रेट में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है और यह पहले की तरह ही 4.25% है। चौथी बार जबएमपीसी ने नीतिगत दर को उसी प्रकार रखने का निर्णय लिया गया है। नीतिगत दर को इसके पहले 22 मई को संशोधित किया गया था। छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति की यह 27वीं बैठक थी। इसमें तीन बाहरी सदस्य… आशिमा गोयल, जयंत आर वर्मा और शशांक भिडे हैं। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने उम्मीद की कि सब्जियों के दाम निकट भविष्य में नरम रहने की उम्मीद है। 2020-21 की चौथी तिमाही में मुद्रास्फीति संशोधित किया गया है और इसके 5.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है । रिजर्व बैंक ने बैंकों के नकद आरक्षित अनुपात को 3.5 प्रतिशत पर वापस लानेका निणर्य लिया है। यह 27 मार्च 2021 तक यह किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अर्थव्यवस्था में पहली तिमाही में आई गिरावट दूर हो चुकी है। उन्होंने कहा कि पहले से अब स्थिति में सुधार दिख रहा है। आरबीआई गवर्नर शशिकांत दास ने कहा, ‘ आर्थिक वृद्धि को लेकर परिदृश्य सकारात्मक हुआ है। यह पुनरूद्धार के संकेत मजबूत हुए हैं। मुद्रास्फीति चार प्रतिशत के संतोषजनक दायरे में आ गई है और अगले वित्त वर्ष में जीडीपी वृद्धि दर 10.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है।”उन्होंने कहा कि समय की मांग अभी ग्रोथ को सपोर्ट करने की है। उन्होंने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में कैपिसिटी यूटिलाइजेशन सुधरा है और यह इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 63.3% रहा जो द1 में केवल 47.3% था। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में रिकवरी और तेज हुई है।

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