हरियाणा में दो दशक पहले लगे गणित अध्यापकों के दस्तावेज की होगी जांच

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मौलिक शिक्षा निदेशक की तरफ से कई जिलों के डीईओ को लिखा गया पत्र

मामले को लेकर सीएम और चीफ सेक्रेटरी को शिकायत के बाद अब होगी जांच

डॉ. रविंद्र मलिक
चंडीगढ़। ऐसा कई बार हुआ जब पिछली कई भर्तियों को लेकर सवाल उठे हैं और कई को लेकर मामलों की जांच जारी है। वहीं इसी बीच सामने आया है कि निदेशक मौलिक शिक्षा, हरियाणा की तरफ से कई जिलों के शिक्षा अधिकारियों (डीईओ) को पत्र लिखकर साल 2002, 2003 और 2004 में ज्वाइन करने वाले कुछ टीचर्स के दस्तावेज की जांच को कहा है। लेटर के अनुसार हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा विज्ञापन क्रमांक 2/99 के तहत गणित अध्यापकों के पद पर निदेशालय के आदेश 24/3/2002-2(1) दिनांक 6 फरवरी 2002, 28 नवंबर 2002, 18 मार्च 2003, 25 मार्च 2003, 8 मार्च 2003, 21 मार्च 2003 और 23 मार्च, 2004 को कुछ अध्यापकों के नियुक्ति पत्र जारी किए गए थे। इसी भर्ती को लेकर अब सरकार की तरफ से कुछ कैंडिडेट्स के बारे में जांच के आदेश दिएगए हैं। जानकारी के अनुसार कुछ गणित अध्यापकों के दस्तावेज में धांधली की शिकायत मिली है जिसके आधार पर ये फैसला लिया गया है। हालांकि ये तो जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि शिकायत में कितनी सच्चाई है।
सीएम और चीफ सेक्रेटरी के पास आई थी शिकायत
बता दें कि मामले को लेकर खुद सीएम और चीफ सेक्रेटरी की मार्फत आई शिकायत को देखते हुए मामले की जांच के लिए आदेश दिए गए हैं। इसको लेकर विभाग को दोनों के माध्यम से निदेशालय को शिकायत प्राप्त हुई है। इसकी जांच निदेशालय स्तर पर अब की जानी है।
शिक्षा विभाग ने शैक्षणिक दस्तावेज मांगे
पत्र में लिखा गया है कि 34 टीचर्स के दस्तावेज की जांच की जानी चाहिए जो कि उनकी शैक्षणिक योग्यता से संबंधित हैं और जिनके आधार पर उनको नौकरी मिली है। इसमें उनके 10वीं, 12वीं, बीए, बी.कॉम और बीएससी के तीनों साल, एम, एमएससी व एम. कॉम के तीनों साल, बीएड, एससी एसटी और दिव्यांग कैटेगरी के सर्टिफिकेट और सत्यापित दस्तावेजों की कॉपियां निदेशालय में रजिस्टर्ड पोस्ट भेजी जाएं। इनको भेजने की अधिकतम सीमा एक सप्ताह निर्धारित की गई है।
टीचर्स 12 जिलों में पोस्टेड हैं फिलहाल
जिन टीचर्स की भर्ती की जांच होनी है, फिलहाल उनकी पोस्टिंग प्रदेश के 12 जिलों में है। इनमें पानीपत, अंबाला, हिसार, रोहतक, भिवानी, कैथल, झज्जर, सिरसा, जींद, करनाल, पलवल और कुरुक्षेत्र जिले शामिल हैं, जहां फिलहाल ये टीचर्स कार्यरत हैं। इनमें से पानीपत में 1, अंबाला में भी 1, हिसार 6, रोहतक 5, भिवानी 7, झज्जर 2, कैथल 2, पलवल 2, जींद 1, कुरुक्षेत्र 1, सिरसा 2, रेवाड़ी 1 और करनाल में 2 यानि इस तरह से कुल 34 टीचर ऐसे हैं, जिनके दस्तावेज निदेशालय द्वारा मांगे गए हैं।
जिलेवार कुल इन 34 टीचर का रिकॉर्ड मांगा गया
-पानीपत के चमराड़ा में तैनात हेड मास्टर राजबाला।
– अंबाला के सलाहरी में तैनात हेड मास्टर शेर सिंह।
– हिसार के खोखरा स्कूल में तैनात हेड मास्टर ओम प्रकाश, आर्य नगर गर्ल्स स्कूल में तैनात पीजीटी अल्पना, मिडल स्कूल महावीर कॉलोनी में तैनात टीजीटी जसबीर सिंह, पाबड़ा स्कूल में तैनात टीजीटी राजेश कुमार, मॉडल स्कूल मिढ़ा में कार्यरत हेडमास्टर सुचित्रा व भिगाना गर्ल्स स्कूल में तैनात हेड मास्टर सरिता देवी।
-रोहतक के किशनगढ़ में कार्यरत पीजीटी जीवनदास, टिटौली स्कूल में तैनात टीजीटी नरेश कुमार, मदिना स्कूल में तैनात टीजीटी सीमा राणा, अजायब स्कूल के टीजीटी जितेंद्र सिंह और गिरनावठी स्कूल के टीजीटी जय किशन।
-भिवानी के झांझरा हसनपुर स्कूल के टीजीटी सुरेश कुमार, रुपाणा स्कूल के हेडमास्टर सुरेंद्र सिंह, केहरुपुरा स्कूल की हेडमास्टर ललिता, कापरवास स्कूल के हेडमास्टर सुनील कुमार, गोलागढ़ स्कूल के हेडमास्टर अनिल कुमार, अजीतपुर स्कूल के टीजीटी जयप्रकाश और गरनपुरा स्कूल के बलवान सिंह।
-कैथल के मिडिल स्कूल बूची के हेडमास्टर राज कुमार और चूहड़ माजरा स्कूल के हेडमास्टर तरसेम सिंह।
-झज्जर के धांडलान स्कूल में तैनात टीजीटी सुनील सिंह व बूपनिया स्कूल की पीजीटी मीनाक्षी।
-करनाल के तरावड़ी स्कूल में तैनात टीजीटी वीरेंद्र सिंह और माजरा रोड़ान में कार्यरत हेड मास्टर राजेश कुमार।
-सिरसा के बाजेकन स्कूल में तैनात पीजीटी राजिश अरोड़ा और अरनियांवली में तैनात टीजीटी प्रदीप कुमार।
-जींद के धरौली मिडिल स्कूल में तैनात टीजीटी आजाद सिंह।
-पलवल के पलवल स्कूल-4 में तैनात टीजीटी लज्जा राम व मीसा हाई स्कूल में तैनात हेड मास्टर अनिल कुमार।
-कुरुक्षेत्र के टिकरी स्कूल के हेड मास्टर हर चरणजीत सिंह।

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