खुलासा: जिले के सिविल अस्पतालों में मिले अनेक गैरहाजिर

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civil hospital
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अखिलेश बंसल, बरनाला । एक तरफ कोरोना महामारी के लिए पूरा देश संघर्ष कर रहा है, अब तक हजारों लोग मौत के आगोश में जा चुके हैं लाखों संक्रमित हो चुके हैं, बीमारी का असर अभी तक बरकरार है। इसके बावजूद सेहत विभाग के कर्मचारी लापरवाह हैं और सरकारी नौकरी को अपनी जिंदगी का बोनस समझते आ रहे हैं। इस समेत सेहत विभाग से संबंधित पहुंच रही शिकायतों के मद्देनजर बुधवार को जिलेभर के सेहत केंद्रों पर चेकिंग हुई। जिसमें जिला के मुख्य सिविल अस्पताल में 6 गैरहाजिर मिले, बरनाला-अर्बन में कई गैरहाजिर मिले, ठीकरीवाला में दो गैरहाजिर मिले हैं, गांव सेखा सेहत केंद्र में तो ताला ही लगा हुआ था। इसके अलावा बाकी सेहत केंद्रों की रिपोर्ट अभी आना बाकी है। इस बात की पुष्टि civil hospital बरनाला ने की है।

पांच टीमों का किया गठन

सिविल सर्जन की ओर से गठित की गई चेकिंग टीमों में शामिल किए गए जिला परिवार भलाई अधिकारी डा. नवजोत पाल सिंह भुल्लर की टीम को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर ताजोके और सब-सेंटर संघेड़ा भेजा गया, डिप्टी मेडिकल कमिश्नर बरनाला डा. गुरमिन्दर औजला की टीम को पी.एच.सी. सेखा और हेल्थ वेलनेस सेंटर फरवाही, जिला टीकाकरण अधिकारी बरनाला डा. रजिन्दर सिंगला की की टीम को पी.एच.सी. भठ्लां, सीनियर मेडिकल आॅफिसर बरनाला डा. तपिन्दरजोत कौशल की टीम को आर.एच. ठीकरीवाल और अर्बन सेहत केंद्र प्रेम नगर तथा सीनियर मेडिकल आॅफिसर भदौड़ डा. प्रवेश कुमार की टीम को सेहत केंद्र हमीदी और सब-सेंटर संघेड़ा में चेकिंग करने को भेजा गया था।

नौकरी को कर्मचारी समझते है बोनस

सरकारी सिविल अस्पतालों में कुछ दिनों से नहीं वर्षों से मरीजों की संख्या घटती आ रही है, जबकि निजी अस्पतालों में महंगा इलाज होने के बावजूद मरीजों की लंबी कतारें लगी रहती हैं। जिसका कारण सिविल सर्जन के एक ही आदेश पर हुई चेकिंग के दौरान दर्जनों कर्मचारियों की मिली गैरहाजिरी से साफ हो गया है। समाजसेवियों का कहना है कि यदि जिलेभर के तमाम सरकारी अस्पतालों के अधिकारियों व कर्मचारियों के मोबाइल लोकेशनों और हर दिन की कार्यप्रणाली को खंगाल लिया जाए तो बहुत से खुलासे सामने आ सकेंगे। कई अधिकारी तो जिले में ऐसे भी रहे हैं, जिन्हें कानूनी व संवैधानिक तौर पर अपने जिला हेडक्वार्टर पर ही रहना होता है लेकिन वह शाम होने से पहले ही जिला हेड.क्वा. को छोड़ अपने परिवार के पास चले जाते रहे हैं।

यह कहते हैं सीएमओ

सिविल सर्जन डॉ. जसबीर सिंह औलख का कहना है सेहत विभाग आम लोगों तक जरूरी सेहत सेवाएं पहुंचाने करने के लिए यत्नशील एव वचनबद्ध है। सिविल अस्पतालों में पहुंचते मरीजों को किस किस्म की सुविधाएं मुहैया हो रही हैं, इसके अंतर्गत की तरफ से विभाग की ओर से विशेष टीमों का गठन कर उन्हें जिलेभर के सेहत केन्द्रों में भेजा गया था। वहां हुई चेकिंग के दौरान सेहत कर्मियों की बड़े स्तर पर गैरहाजिरी मिली है। उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करने के लिए सीनियर मेडिकल आफिसर बरनाला को निर्देश कर दिए गए हैं।

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