Corona spreading in attack rate among young in India – ICMR study: भारत में जवानों में भी अटैक रेट में फैल रहा कोरोना- आईसीएमआर स्टडी

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नई दिल्ली। कोरोना वैश्विक महामारी ने दुनिया मेंबहुत तबाही मचाई है अकेले अमेरिका में एक लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में भी अब यह बीमारी फैल रही है। इस बीमारी ने अब तक एक लाख अस्सी हजार के आस-पास लोगों को अपनी चापेट में ले रखा है। देश में 63 फीसदी कोरोना मौतें बुजुर्गों की हुई हैं। हालांकि यूरोप में कई गुना ज्यादा बु जुर्गों की इस बीमारी केकारण मौत हुई है। जिसके कारण से यह सोचा जा रहा है कि यह बीमारी बुजुर्गों के लिए ज्यादा खतरनाक है। लेकिन आईसीएमआर ने साफ किया है कि देश केनौजवानों में यह बीमारी तेजी से फैल रही है। नौजवानों में इस बीमारी से संक्रमित होने की दर (अटैक रेट) अच्छा-खासा है। आईसीएमआर के सोमवार को बताया कि दस लाख टेस्ट के आधार पर यह निर्णय निकाला है कि देश में नौजवानों में भी यह बीमारी अटैक रेट के साथ फैल रही है। उसके मुताबिक 22 जनवरी से 30 अप्रैल के बीच कुल 10215618 कोरोना टेस्ट किए गए। इनमें से 33610 नमूने पॉजीटिव निकले थे। नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी, पुणे ने इन टेस्ट के आधार पर उम्र के हिसाब से कोरोना की संक्रमित होने की दर निकाली है। जो बताता है कि देश में युवा आबादी में भी संक्रमण अच्छा खासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार 20-29 साल की आयु में प्रति दस लाख पर कोरोना अटैक रेट 40.5 दर्ज किया गया, जबकि 30-39 आयु वर्ग में 48.6 तथा 40-49 में 50.1 तथा 50-59 में सबसे ज्यादा 64.9 रिकॉर्ड किया गया। 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को दुनिया भर में इस बीमारी के लिहाज से सर्वाधिक संवेदनशील माना गया था, लेकिन भारत के आंकड़े कुछ अलग ही संकेत देते हैं। 60-69 आयु वर्ग में कोरोना अटैक रेट अपेक्षाकृत कम 61.8, 70-79 में 53.2 तथा 80 से अधिक में 40.9 पाया गया। यदि 20 साल से कम उम्र में कोरोना का अटैक रेट देखें तो 10-19 में 12.9 तथा दस साल से कम आयु वर्ग में 6.1 पाया गया।

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