Clash between farmers and BJP workers, many injured: किसानों और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच संघर्ष, कई हुए घायल

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मुजफ्फरनगर में किसानों और भाजपा कार्यकर्ताओं में झड़प, कई लोग घायल, मंत्री के विरोध के बाद मामला बिगड़ा मुजफ्फरनगर। किसानों और केंद्र सरकार के बीच नए कृषि कानूनों को रद्द करने को लेकर खींचतान जारी है। किसान अलग-अलग स्थानों पर बीते दो से तीन महीने से प्रदर्शन कर रहेहैं। इस बीच सोमवार को मुजफ्फरनगर में भाजपा कार्यकार्ता और किसान आमने-सामने आ गए। भाजपा कार्यकार्ताओं और किसानों की झड़प हुई जिसमें कई लोगों केघायल होने की सूचना है। दरअसल केंद्रीय राज्यमंत्री डॉक्टर संजीव बालियान सोरम गांव में एक तेरहवीं मेंपहुंचेथे। जहांकुछ लोग उनका विरोध कर रहे थे। विरोध कर रहे लोगोंकी पिटाईकी गई जिसके बाद दोनों ओर से संघर्ष की स्थिति बनी। संजीव बालियान के जाने के बाद सोरम गांव में पंचायत हुई। पीड़ित पक्ष की ओर से आरोप लगाया गया कि हमला करने वाले मेंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के साथ ही थे। रालोद के पूर्व मंत्री योगराज सिंह, राजपाल बालियान पंचायत में पहुंचे। रालोद नेताओं ने घटना को लेकर नाराजगी जाहिर की। इस घटना की पुलिस में रिपोर्ट करने की भी तैयारी की जा रही थी। इस झड़प को लेकर जयंत चौधरी ने ट्वीट किया कि भाजपा नेताओं को कम से कम किसानों के प्रति अपना व्यवहार तो अच्छा रखना चाहिए। भाजपा नेता किसानों से बात नहीं कर सकतेलेकिन व्यवहार भी नहीं अच्छा रख सकतेक्या। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि सोरम गांव में बीजेपी नेताओं और किसानों के बीच संघर्ष हुआ है। कई लोग घायल हैं। किसान के पक्ष में बात नहीं होती तो कम से कम व्यवहार तो अच्छा रखो। किसान की इज्जत तो करो। इन कानूनों के फायदे बताने जा रहे सरकार के नुमाइंदों की गुंडागर्दी बर्दाश्त करेंगे गांववाले? दरअसल गृहमंत्री अमित शाह ने पश्चिमी यूपी केभाजपा नेताओं को खापों से बातचीत करने और उन्हेंकृषि कानूनों के खिलाफ फैलाई जा रही भ्रांतियों को दूर करने की जिम्मेदारी दी गई है लेकिन उनका विरोध बदस्तूर जारी है। रविवार को केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान का काफिला शामली के भैंसवाल गांव पहुंचा था। वहां भी उन्हें भारी विरोध झेलना पड़ा था। किसानों के विरोध के बीच केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने भी अपने विरोध के बीच गाड़ी पर खड़े होकर कहा कि 10 लोगों के विरोध के चलते मुदार्बाद नहीं होता, मैं किसानों के बीच जाता रहूंगा।

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