Chandigarh News: पंचकूला। माता मनसा देवी सेवा ट्रस्ट की ओर से दशहरा ग्राउंड सेक्टर 5 पंचकूला में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के पांचवे दिन शुक्रवार को श्रीकृष्ण की बाल लीलाएं सुनाई गई। कथावाचक विश्व विख्यात आध्यात्मिक प्रवक्ता जया किशोरी ने श्रीकृष्ण बाल लीला, श्री गोवर्धन पूजा और छप्पन भोग की कथा सुनाई। श्रद्धालुओं को अलग-अलग भजन सुनाकर जया किशोरी ने नाचने पर मजबूर कर दिया। नंद भवन में उड़ रही धूल, धूल मोहे प्यारी लागे गाकर जया किशोरी ने भक्तों को खूब नचाया। माता मनसा देवी सेवा ट्रस्ट के चेयरमैन संदीप गुप्ता, प्रधान सचिन गोयल महासचिव रमन सिंगला, मीडिया सलाहकार कुलदीप गुप्ता सहित अन्य पदाधिकारियों ने जया किशोरी का स्वागत किया।
जया किशोरी ने कहा कि आपको मां-बाप कितना ही डांट लें, कितना ही चिल्ला लें, कितना ही गुस्सा कर लें, बचाएंगे वही, संभालेंगे वहीं, क्योंकि दुनिया के आपके मित्र, आपके रिश्तेदार, कोई भी हो, वह जरूर यह चाह सकते हैं कि आप खूब तरक्की करें, खूब आगे बढ़ें, लेकिन माता-पिता से ज्यादा नहीं चाहेंगे। एकमात्र मां-बाप ऐसे होते हैं, जो सोचते हैं मुझसे भी ज्यादा मेरे बच्चे तरक्की करें। जितना प्रेम माता-पिता करते हैं, कोई और नहीं कर सकता। एक उम्र के बाद हमें यह बात समझ आती है की मां-बाप क्यों कहते थे कि जिस दिन तुम मां-बाप बनोगे उस दिन समझ में आएगा और उस दिन समझ में आता भी है।
कहते हैं 6 साल का बच्चा कहता है मेरे माता-पिता को सब पता है, 12 साल में आता है, तो कहता है मेरे माता-पिता को कुछ-कुछ पता है, 16-17 साल में आकर कहता है मेरे माता-पिता को ज्यादा कुछ पता नहीं है, 22 23 साल की उम्र में आकर कहता है मेरे माता-पिता को कुछ नहीं पता और 30 साल की उम्र में आकर कहता है मेरे माता-पिता को यह सब पता था। यह उम्र का पड़ाव है कि साथ देने वाले तो वही थे और कोई रिश्ता नहीं है। बाकी सब रिश्ते स्वार्थ के हैं, इसलिए नंद बाबा बहुत प्रसन्न है। नंद बाबा के घर भीड़ लग गई है, लोग बहुत नृत्य कर रहे हैं, किसी को नंद घर दिख ही नहीं रहा। प्रेम तो हमें भी श्री कृष्ण से बहुत है।
श्रीमद् भागवत कथा में पांचवें दिन उन्होंने कहा कि कृष्ण ने ब्रजवासियों को मूसलाधार वर्षा से बचाने के लिए सात दिन तक गोवर्धन पर्वत को अपनी सबसे छोटी उंगली पर उठाकर रखा और गोप-गोपिकाएं उसकी छाया में सुखपूर्वक रहे। भगवान ने गोवर्धन को नीचे रखा और हर वर्ष गोवर्धन पूजा करके अन्नकूट उत्सव मनाने की आज्ञा दी। तभी से यह उत्सव अन्नकूट के नाम से मनाया जाने लगा। जया किशोरी ने श्रीकृष्ण भगवान के माखन चोरी की कथा सुनाई। श्री कृष्ण की माखन चोरी की लीला का वर्णन करते हुए कहा कि जब श्रीकृष्ण भगवान पहली बार घर से बाहर निकले तो उनकी बृज से बाहर मित्र मंडली बन गई। सभी मित्र मिलकर रोजाना माखन चोरी करने जाते थे।
सब बैठकर पहले योजना बनाते की किस गोपी के घर माखन की चोरी करनी है। श्रीकृष्ण माखन लेकर बाहर आ जाते और सभी मित्रों के साथ बांटकर खाते थे। भगवान बोले जिसके यहां चोरी की हो उसके द्वार पर बैठकर माखन खाने में आनंद आता है। माखन चोरी की लीला का बखान करते हुए उन्होंने भगवान कृष्ण के बाल रूप का सुंदर प्रकार से वर्णन किया। उन्होंने बताया कि भगवान कृष्ण बचपन में नटखट थे। भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न लीलाओं से जुड़ी कथा को सुनने व अधिकाधिक संख्या में कथा में भागीदार बनने के लिए भक्तों में भारी उत्साह और जोश दिखाई पड़ रहा है। आज कथा में हजारों भक्तो ने कथा का श्रवण किया।
इस अवसर पर चेयरमैन संदीप गुप्ता, प्रधान सचिन गोयल, महासचिव रमन सिंगला, वाइस चेयरमैन हरीश गर्ग, वरिष्ठ उपप्रधान विवेक गुप्ता, उपप्रधान योगेश मित्तल, संयुक्त सचिव तरुण गर्ग, कानूनी सलाहकार संदीप गोयल, सचिव राजीव गुप्ता, वित्त सचिव अजय बंसल, मीडिया सलाहकार कुलदीप गुप्ता, ट्रस्टी आशीष मित्तल, अजय गर्ग, आशीष गुप्ता, दिनेश आनंद, जगमोहन गर्ग, जनिश मित्तल, कपीश गोयल, एलएन माहेश्वरी, प्रदीप गोयल, मनोज लाहौरीवाला, मुकेश गर्ग, नीरज गुप्ता, निखिल गुप्ता, ओपी गुप्ता, पवन गोयल, परविंदर ढींगरा, प्रमोद गोयल, राजेश जिंदल, राकेश अग्रवाल, रवि गोयल, ऋषभ ऋषि, सतपाल गर्ग, संदीप सिंगला, संजय मित्तल, संजीव गोयल, संदीप गर्ग, विपुल मित्तल, विशाल केडिया सहित अन्य उपस्थित रहे।