हकेवि में पोषण अनुसंधान के लिए युवा शोधकर्ताओं के क्षमता निर्माण पर केंद्रित कार्यशाला आयोजित

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Central University Of Haryana (HKD)
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नीरज कौशिक, Mahendragarh News : हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ में पोषण अनुसंधान के लिए युवा शोधकर्ताओं के क्षमता निर्माण पर केंद्रित दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

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दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंटरडिसिप्लिनरी एंड एप्लाइड साइंसेज के तहत आने वाले पोषण जीवविज्ञान विभाग द्वारा आईसीएमआर के सहयोग से आयोजित इस दो दिवसीय कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने आयोजको को बधाई देते हुए कहा कि युवा शोधार्थियों की क्षमताओं के विकास व विषय के ज्ञान में यह आयोजन सहायक साबित होगा।

अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत

दो दिवसीय इस कार्यक्रशाला के पहले दिन की शुरूआत विश्वविद्यालय के कुलगीत व दीप प्रज्जवलन के साथ हुई। पोषण जीवविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. कांति प्रकाश शर्मा ने सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत किया। आईसीएमआर की डॉ. प्रियंका बंसल ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रतिभागियों के समक्ष प्रस्तुत की। आईसीएमआर के वैज्ञानिक कार्यशाला में परिचयात्मक टिप्पणियां प्रस्तुत की। आईसीएमआर, नई दिल्ली के पूर्व एडिशनल महानिदेशक व जोधपुर सिटी नॉलेज एंड इनोवेशन फाउंडेशन, आईआईटी, जोधपुर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. जी.एस. टोटेजा ने भारत में पोषण परिदृश्य पर प्रकाश डाला। इसी क्रम में बायोस्टैटिस्टिक्स विभाग, सेंट, जॉन्स मेडिकल कॉलेज, बैंगलोर के प्रोफेसर एवं प्रमुख डॉ. टिंकू थॉमस ने शोध अध्ययन की अवधारणा व प्रयोगशाला चिकित्सा विभाग, एम्स, नई दिल्ली के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. श्याम प्रकाश अच्छी प्रयोगशाला अभ्यासों पर अपना व्याख्यान दिया।

प्रो. नीलम सांगवान ने अपने विचार प्रस्तुत किए

कार्यशाला के दूसरे दिन की शुरुआत आईसीएमआर, नई दिल्ली के वैज्ञानिक डॉ. जियान गोनमेई के व्याख्यान के साथ हुई। डॉ. प्रियंका बंसल ने पोषण अनुसंधान से जुड़ी विभिन्न फैलोशिप और अनुदान से संबंधित योजनाओं से प्रतिभागियों को अवगत कराया। स्कूल ऑफ इंटरडिसिप्लिनरी एंड एप्लाइड साइंसेज की अधिष्ठाता प्रो. नीलम सांगवान ने विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए। कार्यशाला के अंत में धन्यवाद ज्ञापन पोषण जीवविज्ञान विभाग के सह आचार्य डॉ. विद्युल्लता पेडिरेड्डी ने दिया। कार्यशाला में प्रो. नीलम सांगवान ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए। आयोजन के दौरान पोषण जीवविज्ञान विभाग के सभी संकाय सदस्य डॉ. उमेश कुमार, डॉ. अश्विनी कुमार, डॉ. अनीता कुमारी, डॉ. सविता बुधवार, डॉ. तेजपाल ढेवा भी उपस्थित रहे।

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