चंडीगढ़(आज समाज)। पंजाब के •ाूमि और जल संरक्षण मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने आज आधुनिक जल प्रबंधन रणनीतियां तैयार करने और व्यापक किसान जागरूकता कार्यक्रमों की आवश्यकता पर जोर दिया। यहां मैगसीपा में •ाूमि और जल संरक्षण वि•ााग के अधिकारियों के साथ आयोजित प्रथम समीक्षा बैठक के दौरान गोयल ने जल संरक्षण के लिए एक व्यापक और सक्रिय दृष्टिकोण अपनाने का आह्वान किया।
उन्होंने वि•ााग के अधिकारियों को चल रहे प्रोजेक्ट्स में तेजी लाने और सरकारी पहलों के वास्तविक ला•ा जमीनी स्तर तक पहुंचाने के लिए एक मजÞबूत संचार रणनीति विकसित करने का निर्देश दिया। गोयल ने •ाूमिगत जल पर निर्•ारता को कम करने के लिए कृषि सिंचाई हेतु सतह और नहरों के पानी के अधिकतम उपयोग को सुनिश्चित करने की राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।
कैबिनेट मंत्री ने वि•ाागीय कार्यक्रमों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और किसानों की अधिकतम •ाागीदारी सुनिश्चित करने के महत्व पर जÞोर दिया। उन्होंने वि•िान्न योजनाओं/नीतियों के ला•ों को प्र•ाावी ढंग से प्रसारित करने और प्रत्यक्ष व व्यक्तिगत संचार पहुंच पर जोर देते हुए व्यापक और रणनीतिक जल संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम तैयार करने के निर्देश दिए। इस उच्च-स्तरीय बैठक में, जिसमें अतिरिक्त मुख्य सचिव (कृषि) अनुराग वर्मा ने •ाी •ााग लिया, राज्य में जल उपलब्धता से संबंधित चुनौतियों और मौजूदा वि•ाागीय कार्यक्रमों की व्यापक समीक्षा की गई।
वि•ााग की रणनीतिक प्राथमिकताओं को रेखांकित करते हुए श्री वर्मा ने अपने संबोधन में वि•िान्न स्रोतों से धन जुटाने की बात कही और •ाूमिगत पाइपलाइन सिंचाई कार्यक्रम पर जोर दिया। मुख्य •ाूमि संरक्षक महिंदर सिंह सैनी ने दो प्रमुख योजनाओं, जैसे गांवों के तालाबों के माध्यम से सिंचाई और बरसाती जल संग्रहण के लिए सीमांत क्षेत्रों में चेक डैम निर्माण पर प्रकाश डाला। उन्होंने अन्य महत्वपूर्ण पहलों का •ाी उल्लेख किया।