भिवानी: बेरोजगारी की मार झेल रहे बर्खास्त पीटीआई की आर्थिक व मानसिक दशा दयनीय : कर्मचारी नेता

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पंकज सोनी,भिवानी

पिछले एक वर्ष से भी अधिक समय से धरने पर बैठे बर्खास्त पीटीआई की आर्थिक दशा इतनी दयनीय हो चुकी है कि अब उनके घर में खाने के भी लाले पडऩे लगे हैं। बेरोजगारी की मार झेलते हुए बर्खास्त पीटीआई की आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि अब वे भूखा सोने को मजबूर हो रहे है, इसीलिए वे प्रदेश सरकार से मांग करते है कि बर्खास्त पीटीआई की बहाली कर प्रदेश सरकार उनको बेरोजगारी की दलदल से बाहर निकाले। यह बात शुक्रवार को बर्खास्त पीटीआई के धरने को संबोधित करते हुए सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान मा. सुखदर्शन सरोहा व हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के जिला प्रधान महेंद्र सिंह श्योराण ने कही। शुक्रवार को सर्व कर्मचारी संघ व हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के पदाधिकारियों ने बर्खास्त पीटीआई के धरने को समर्थन दिया। बता दे कि स्थानीय लघु सचिवालय के सामने अपनी बहाली की मांग को लेकर बर्खास्त पीटीआई का धरना पिछले 424 दिनों से जारी है। धरने को संबोधित करते हुए मा. सुखदर्शन सरोहा व महेंद्र सिंह श्योराण ने कहा कि इस लंबे संघर्ष के दौरान पीटीआई आर्थिक व मानसिक तनाव के चलते असामयिक मौत का शिकार भी हो चुके है, लेकिन फिर भी प्रदेश सरकार बर्खास्त पीटीआई की बहाल की ओर कोई कदम नहीं बढ़ा रही।

उन्होंने कहा कि सरकार को तुरंत पीटीआई की मांगों की ओर ध्यान देकर उन्हे बहाल करके आर्थिक तंगी के भंवर से बाहर निकालना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने 1983 पीटीआई को बिना किसी गलती के स्कूलों से बाहर का रास्ता दिखा दिया, जिसके बाद से ही पीटीआई आर्थिक मोर्चे पर बड़ी परेशानियां सहन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रोजगार देने की बात करने वाली भाजपा सरकार को अब चाहिए कि इतने लंबे समय से संघर्ष कर रहे बर्खास्त पीटीआई का रोजगार बहाल किया जाए। शुक्रवार को क्रमिक अनशन पर सुरेंद्र ङ्क्षसह, मदनलाल सरोहा, सुनील जांगड़ा, सुरेंद्र सिंह घुसकानी रहे। इस अवसर पर जरनैल सिंह पीटीआई, जिला महासचिव विनोद पिंकू, जिला प्रधान दिलबाग जांगड़ा, मा. हरीश गोच्छी, मा. नवरत्न सिंह, अशोक कटारिया, बलजीत तालु, मुकेश कुमार, उदयभान लोहिया, जयभगवान, राजेश कितलाना, राजपाल यादव, अनिल तंवर, मनोज वैद सहित अनेक पीटीआई मौजूद रहे।

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