बरनाला: जिला बरनाला में बने 15 नए खेल मैदान

0
330
5 new playgrounds in every block of the district
5 new playgrounds in every block of the district

अखिलेश बंसल, बरनाला:

केंद्र सरकार की मगनरेगा योजना के अंर्तगत वालीबॉल के 10, बास्कटबॉल के 4, बैडमिंटन का 1 और दो खेल ट्रैक तैयार किए गए हैं।

युवा पीढ़ी को खेल गतिविधियों के साथ जोडऩे के लिए जिला प्रशासन द्वारा केंद्र सरकार की मगनरेगा योजना के अंतर्गत जिला में साल 2020-21 वित्तिय साल में 15 नये खेल मैदान बना 100 प्रतिशत लक्ष्य भी पूरा कर लिया है। करीब 73 लाख रुपए की लागत से खेल मैदान बनने से बरनाला जिला खेलों को प्रोत्साहन देने वाले जिलों में शामिल हो गया है। यह जानकारी डिप्टी कमिशनर बरनाला तेज प्रताप सिंह फुलका ने दी है।

कहीं वालीबॉल तो कहीं बास्कटबॉल के बने मैदान

गौरतलब है कि सरकार की ओर से जिला प्रशासन को मगनरेगा स्कीम अधीन जिले के हर ब्लॉक में 5 नए खेल के मैदान बनाने का लक्ष्य दिया गया था। जिसके चलते जिले के तीन ब्लॉक बरनाला, शैहना और महलकलां में कुल 15 खेल के मैदान बनाऐ जाने थे। जिनके निर्माण के लिए समय सीमा भी निर्धारित किया गया था। जिसको लेकर जिले के गांव धौळा स्थित नानकपुरा पिंडी में (वालीबॉल) मैदान, धौळा के फतेहपुर पिंडी में (वालीबॉल) मैदान, फतेहगड़ छन्ना में (बैडमिंटन) मैदान, गांव कट्टू में (वालीबॉल), बिलासपुर पिंडी धौळा में (वालीबॉल), वजीद-के खुर्द में (बास्कटबॉल और ट्रैक), वजीद-के कलां में (वालीबॉल), कुतबा में (बास्कटबॉल), दीवाना में (बास्कटबाल और ट्रैक), राएसर-पंजाब में (बास्कटबॉल और ट्रैक), पत्ती मोहर में (वालीबॉल), भोतना में (वालीबॉल), अलकड़ा में (वालीबॉल), चीमा में (वालीबॉल) और गांव भगतपुरा में (वालीबॉल) मैदान तैयार किया गया है।

गांवों ने जतायी खुशी

ब्लॉक महलकलां के गांव कुतबा की सरपंच कुलदीप कौर, नानकपुरा पिंडी धौळा के हरमेल सिंह और बिलासपुर के हीरा सिंह ने कहा कि सरकार और जिला प्रशासन का यह सराहनीय प्रयास है और आज के समय में नौजवानों को नशे से मुक्त करने और खेल की तरफ आकृषित करने की बड़ी जरूरत है, इससे हमारी नौजवानी सेहतमंद और ख़ुशहाल रह सकेगी

मगनरेगा से युवाओं को मिले रोजगार के साधन भी

एडीशनल डिप्टी कमिश्नर (डी) नवल राम ने बताया कि मगनरेगा योजना के अंर्तगत जहां गांवों को खेलों के मैदान मिले हैं जो युवाओं के लिए वरदान साबित होंगे, वहीं मगनरेगा के अंतर्गत लाखों मजदूरों को रोजगार भी मिला है। भविष्य में ऐसे विकास कार्य जारी रहेंगे।

SHARE